April 26, 2024

इंदौर। पात्रता नहीं होने पर भी एक यूनानी डॉक्टर द्वारा फोन पर सलाह लेकर डिलीवरी करने का मामला सामने आया है। इसमें नवजात को गलत तरीके से निकाला गया। इससे उसकी एक आंख की रोशनी चली गई। बच्चे के घुटने और पसलियों में भी इन्फेक्शन हुआ। साथ ही बच्चा मानसिक विकृति का शिकार भी हो गया है। मामले में अस्पताल संचालक की लापरवाही भी सामने आई है। पुलिस ने डॉक्टर्स की टीम की जांच रिपोर्ट पर करीब पांच माह बाद महिला डॉक्टर और संचालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
पंढरीनाथ पुलिस ने मुंजिला मंसूरी की शिकायत पर सेवालय अस्पताल के संचालक डॉ. विशाल डबकरा और महिला डॉक्टर फरहा नाज के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामला 13 नवंबर 2022 को दरगाह चौराहा सेवालय अस्पताल का है। वकील अब्दुल हसीब काजी के अनुसार महिला का घर क्लिनिक के पास है, इसलिए वह नॉर्मल चेकअप के लिए वहां जाती थी। डॉ. फरहा नाज की पर्ची पर स्त्री रोग विशेषज्ञ लिखा रहता है, इसलिए भरोसा हो गया। फरहा को डिलीवरी कराने की पात्रता नहीं है। वह यूनानी चिकित्सक है, फिर भी एलोपैथिक दवाई लिखकर देती है।