April 25, 2024

आरोपित आजाद नगर में छिपे थे, उनकी मदद करने वाले को भी किया गिरफ्तार
दैनिक अवन्तिका इंदौर
इंदौर क्राइम ब्रांच ने चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। तीन बदमाश बांसवाड़ा (राजस्थान) के हैं, जो कारोबारियों से दो करोड़ रुपये मांग रहे थे। एक कारोबारी पर 50 लाख न देने पर गोलियां भी चला दी थी। आरोपित आजाद नगर क्षेत्र में छुपे थे। पुलिस ने मददगार को भी पकड़ा है।
अपराध शाखा के डीसीपी निमिष अग्रवाल के मुताबिक, बांसवाड़ा पुलिस से खबर मिली थी कि बांसवाड़ा से फरार आरोपित तौसिफ उर्फ बंटी पुत्र आजम, सोमिन पुत्र इदरीश शेख, जाबाज उर्फ लंगड़ा पुत्र फिरोज अड़ीबाजी के मामले में फरार हैं और तीनों की लोकेशन आजाद नगर में है। गुरुवार को टीम ने दबिश देकर तीनों आरोपितों को आमिर उर्फ अम्मू के घर से धरदबोचा। डीसीपी के मुताबिक, बांसवाड़ा पुलिस ने बताया कि आरोपित दो करोड़ रुपये की फिरौती में शामिल थे। आरोपितों ने बागीदौरा के कारोबारी शेख अरमान से 20 फरवरी को दो करोड़ रुपये मांगे थे। फिरौती न देने पर गोली मारने की धमकी दी।
22 फरवरी को आरोपितों ने बड़ौदिया के कारोबारी यासिन मोहम्मद से 50 लाख रुपये मांगे। नहीं दिए तो उसे पर गोलियां चलाई। आरोपित रुपये नागदा के गैंगस्टर सलमान लाला के नाम से मांगते थे। लाला हथियार माफिया है और पुलिस उसका मकान भी तोड़ चुकी है। डीसीपी के मुताबिक, आरोपितों पर बांसवाड़ा के कलिंजरा थाना में तीन केस दर्ज है।
क्राइम ब्रांच ने आरोपित अजय शर्मा निवासी राजघाट रोड बड़वानी और शिवम निवासी एकलव्य नगर बड़वानी को गिरफ्तार किया था। आरोपितों के पास पिस्टल भी बरामद की गई थी। आरोपित गैंगस्टर संजय यादव के साथ राऊ क्षेत्र में छुपे हुए थे।
हाई कोर्ट से भी राहत नहीं
इंदौर। चंदन नगर थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी दिलीप पुरी और सब इंस्पेक्टर विकास शर्मा को हाई कोर्ट से भी राहत नहीं मिली। पिछले दिनों विशेष न्यायालय ने दोनों के खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने पर एट्रोसिटी एक्ट में एफआईआर दर्ज करने के आदेश अजाक्स थाना को दिए थे। इस एफआईआर को निरस्त कराने के लिए दोनों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।