April 20, 2024

महिदपुर। प.पू. नूतन आचार्य श्री अचलमुक्तिसागरजी म.सा. आदि ठाणा-2 एवं प.पू. सा.श्री अर्चपूर्णाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा-7 की पावन निश्रा में श्री शांतिनाथ रथ मंदिर हस्तिनापुर भीमाखेड़ा में 17वां ध्वजारोहण धूमधाम से मनाया गया। इस शुभ अवसर पर उज्जैन से आई मुमुक्षु बहन कु. सलोनी भंडारी का भव्य वरशीदान वरघोड़ा नगर के मुख्य मार्गो से होता हुए भीमाखेड़ा मंदिर परिसर पर पहुंचा। पूरे रास्ते मुमुक्षु बहन वरशीदान कर रही थी। जगह जगह सलोनी का सभी ने स्वागत अभिनदंन किया। जुलूस में मण्डल की महिलाऐं मंगल कलश लेकर चल रही थी। प.पू. आचार्य भगवंत ने अपने प्रवचन में सभी को जिन मंदिर ध्वजा की महिमा बताई तथा दान के चार प्रकार व परमात्मा भक्ति का विशेष महत्व बताया। बहन सलोनी द्वारा अपने उद्बोधन में संयम जीवन का महत्व बताते हए 3 मई को उज्जैन में दिक्षा में पधारने का निमंत्रण दिया। साथ ही आंचलिया परिवार द्वारा आचार्य भगवंत एवं साध्वीजी भगवंत को कांबली वोहरायी गई। तत्पश्चात मुमुक्षु बहन सलोनी का स्वागत एवं पिता विमल भंडारी एवं माता पूजा भंडारी का बहुमान आंचल्या परिवार द्वारा किया गया। श्री नागेश्वर तीर्थ पेढ़ी से धरमचंद जैन, श्री जैन श्वेताम्बर तपागच्छ श्री संघ, श्री स्थानकवासी श्री संघ, श्री त्रिस्तुतिक श्री संघ, श्री जैन सोशल ग्रुप, श्री नवरत्न परिवार इन सभी के द्वारा भी मुमुक्षु बहन सलोनी का बहुमान किया गया। सिद्धचक्र संगील मण्डल द्वारा सत्तरभेदी पूजन पढ़ाई गई। आकर्षक गहूंली श्रीमती रजनी चैरड़िया एवं सोनल जैन द्वारा बनाई गई। सिद्धचक्र संगीत मण्डल, सिद्धचक्र महिला मण्डल, सिद्धचक्र बहु मण्डल, श्री आदिनाथ बहु मण्डल, श्री जैन सोशल ग्रुप घोष एवं गहूली मण्डल सभी का बहुमान आंचल्या परिवार द्वारा किया गया। बाहर से पधारे सभी अतिथियों एवं महिदपुर सकल श्री संघ का स्वागत एवं आभार अतुल आंचल्या द्वारा किया गया। इस अवसर पर आंचल्या परिवार द्वारा स्वामी वात्सल्य का लाभ भी लिया। धर्मसभा का संचालन जैनेन्द्र खेमसरा ने किया।