March 29, 2024

भोपाल। राजधानी भोपाल में डेंगू का प्रकोप लगातार जान ले रहा है। इसके बावजूद मलेरिया विभाग शहर में डेंगू के खतरे को मानने को तैयार नहीं है। हद की बात तो ये है कि अस्पतालों में डेंगू से मौत होने के बाद भी मलेरिया विभाग एलाइजा टेस्ट का राग अलाप रहा है। बैरागढ़ में दो सगे भाइयों की मौत के बाद शुक्रवार देर रात राजधानी के एक निजी अस्पताल में 15 साल के बच्चे की डेंगू से डेथ हो गई।

कोलार में रहने वाले 15 साल के युवराज को बुखार आ रहा था। डॉक्टरों ने उसे डेंगू बताया। परिजन ने स्थानीय स्तर पर इलाज कराया, लेकिन आराम नहीं मिला। चार दिन पहले बच्चा अचानक बेहोश हो गया। परिजन ने उसे निजी अस्पताल में एडमिट कराया। डॉक्टरों ने उसकी खराब हालत को देखकर वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया, लेकिन बच्चे के अंगों ने काम करना बंद कर दिया। शुक्रवार देर रात उसने दम तोड़ दिया। राजधानी में 10 दिन के भीतर डेंगू से यह तीसरी मौत हुई है। शहर में अब तक डेंगू से पांच मौतें हो चुकी हैं। हालांकि, मलेरिया विभाग एक भी मौत मानने को तैयार नहीं है।