April 25, 2024

इंदौर। खजराना में रहने वाली एक महिला के खाते से बिना जानकारी के साढ़े सात लाख रुपए निकाले जाने का मामला सामने आया है। बैंक मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी महिला के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं बैंक के कर्मचारियों की भी संदिग्ध भूमिका को लेकर जांच की जा रही है। बताया जाता है कि पैन कार्ड के माध्यम से चेक बुक निकाली गई थी। इसके अगले दिन नई चैकबुक के जरिए इसी महिला ने साढ़े सात लाख रुपए निकाल लिए।
टीआई दिनेश वर्मा के मुताबिक एचडीएफसी बैंक की मैनेजर दीपिका चव्हाण ने बैंक में हुई धोखाधड़ी की शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि 9 अगस्त को उनकी ब्रांच की एक कस्टमर इंदिरा तिवारी ने चैक बुक के लिये आवेदन किया था। 13 अगस्त को किसी अज्ञात महिला ने खुद को इंदिरा तिवारी बताकर और उन्हीं के नाम का पैन कार्ड लगाकर चेक बुक निकाली ली। एक दिन बाद 14 अगस्त को महिला फिर से बैंक पहुंची। और प्रियल चौरड़िया निवासी जूना पीठा के नाम से चैक लगाकर 7 लाख 30 हजार रुपए निकाल लिए।

स्टेटमेंट निकलवाया तब हुआ खुलासा

इस बीच इंदिरा तिवारी ने अपने खाते का स्टेटमेंट निकालकर अकाउंट का स्टेटस चैक किया। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी रकम मैंने निकाली ही नहीं। इसकी शिकायत उन्होंने बैंक मैनेजर से की। मैनेजर के निर्देश पर जब रजिस्टर चैक किया तो उसमें चैक पर इंदिरा तिवारी के साइन से मिलते-जुलते साइन मिले, जो ओरीजनल नहीं थे। इसके बाद बैंक मैनेजर ने पुलिस को लिखित शिकायत देकर मामले की जांच के लिए कहा है।

बैंक के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध

मामले में बैंक के कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है। अज्ञात महिला ने खुद को इंदिरा तिवारी बताने के दौरान उसने चेहरे पर दुपट्‌टा बांधा हुआ था। लेकिन बैंक के किसी अधिकारी ने चैक बुक देने के दौरान उसका चेहरा नहीं देखा। वहीं दूसरे दिन इतनी बड़ी राशि ले जाने के दौरान भी बैंक ने इंदिरा तिवारी से संपर्क नहीं किया। पुलिस को मामले में कुछ फुटेज भी हाथ लगे हैं। पुलिस पते के आधार पर आरोपी महिला की तलाश की जा रही है।