April 25, 2024

देवास। वर्तमान समय में देश के युवाओं को नौकरी की तलाश में नहीं, अपितु प्रशिक्षण प्राप्त कर स्वरोजगार प्रारंभ करने की आवश्यकता है। जिससे देश का विकास तीव्र गति से होगा। इस कार्य में महिलाओं की महत्ती भूमिका है। उक्त विचार दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेने आई जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लीला देवी भेरू सिंह अटारिया ने व्यक्त किए। जन शिक्षण संस्थान निदेशक डॉ. मुकेश प्रसन्न ने बताया कि कौशल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा देशभर में भगवान विश्वकर्मा की जयंती के अवसर पर कौशल दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ, इसी के अंतर्गत विक्रम सभा भवन में भी उक्त आयोजन सम्पन्न हुआ। विशेष अतिथि रितु सावनेर ने मातृशक्ति से आव्हान किया कि जिस प्रकार परिवार विकास में अग्रणी है। उसी प्रकार कौशल में भी हमे अग्रणी रहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कौशल भारत के सपने को साकार करना है। प्रशिक्षण उपरांत स्वरोजगार प्रारंभ करेंगे, यही आशा व्यक्त की। युवा उद्यमी श्रीमती यामीनी बाभूलगाँवकर ने कौशल के महत्व पर अपने अनुभव व्यक्त किए और औद्योगिक क्षेत्र में हमेशा प्रशिक्षण व्यक्तियों की आवश्यकता है। हमें केवल अपने संकल्पों को मजबूत करना है सफलता जरूर प्राप्त होगी। महिला एवं बाल विकास समिति जिला पंचायत अध्यक्ष करुणा बनेसिंह अस्ताया ने विकास में महिलाओं की भूमिका एवं सफल प्रशिक्षणार्थियों को स्वरोजगार के प्रेरणा प्रदान की। कृषि अधिकारी आरपी कनेरिया ने पोषण आहार के महत्व, महिला एवं बाल विकास के महत्व के साथ खानपान, जीवन शैली के प्रकार पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में केके पान्से, कैलाश कलेशरिया, राजाराम भालसे ने भी मार्गदर्शन प्रदान किया। कौशल दीक्षांत समारोह में 2021-22 के सफल प्रशिक्षणार्थियों को कौशल डिग्री अतिथियों द्वारा प्रदान की गई।