April 24, 2024

ब्रह्मास्त्र चंडीगढ़
एमएमएस कांड पर बड़ी कार्यवाही करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी प्रशासन ने लापरवाही करने के आरोप में दो वार्डनों को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पांच सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया है, जो विवि प्रशासन को सारे घटनाक्रम पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
जानकारी के अनुसार यह कमेटी छात्र-छात्राओं की समस्याओं को भी सुनेगी। इसी बीच यूनिवर्सिटी प्रशासन ने किसी भी बाहरी शख्स के कैंपस में एंट्री पर रोक लगा दी है और मीडिया को भी कैंपस में दाखिल होने की इजाजत नहीं है। इसके अलावा एक सर्कुलर जारी कर 19 से 24 सितंबर तक क्लासेज सस्पेंड करने का ऐलान किया है।

वहीं यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के देर रात तक चले प्रदर्शन के दौरान छात्र इस मांग पर भी अड़े थे कि हॉस्टल के वार्डन सस्पेंड किए जाने चाहिए। जिसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि हॉस्टल का बेहतर प्रबंधन करने के लिए कई वार्डन विभागों में भी शिफ्ट किए जा सकते हैं।
इसके अलावा छात्राओं ने हॉस्टल के वार्डनों और स्टाफ की भी विवि प्रशासन से शिकायत की थी और कहा था कि वे छात्राओं के कपड़ों पर तंज कसते हैं। जिस पर विवि प्रशासन ने कहा था कि छात्राएं कैसे कपड़े पहनती हैं इस पर प्रशासन को कोई आपत्ति नहीं होगी। वे अपने माता-पिता के निर्देश के मुताबिक हॉस्टल में कपड़े पहन सकती हैं।

बताया जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान छात्रों की आक्रामकता को देखकर अब विवि प्रशासन अपनी कमियों को दूर करने में जुटा हुआ है और छात्रों की उन सब मांगों की सूची पर गौर कर रहा है, जो देर रात उन्होंने प्रो। चांसलर को सौंपी है।

प्रदर्शन समाप्त होने के बाद विवि प्रशासन ने एक सर्कुलर जारी कर 19 से 24 सितंबर तक क्लासेज सस्पेंड करने का ऐलान किया है। इस दौरान टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ को आम दिनों की तरह कार्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में खराब माहौल के बीच छात्र-छात्राएं अपने घरों को वापस लौट रहे हैं। कुछ अभिभावक रविवार देर रात ही अपने बच्चों को घर ले जाने के लिए पहुंचे थे।