April 25, 2024

इंदौर कलेक्टर के नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र, 2 लाख लेकर गार्ड, चेक बाउंस

इंदौर। फर्जी एसडीएम बनकर व्यापारी से रंगदारी मांगने वाली महिला नीलम पाराशर ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ में कई राज उगले हैं। उसके पास राज्यपाल मंगुभाई पटेल के साइन किया हुआ फर्जी लेटर भी मिला है। बताया जा रहा है कि वह एमपीपीेएससी क्लियर न कर सकी तो उसने फर्जी अफसर बनकर लोगों को ठगना शुरू कर दिया। व्यापारी की शिकायत पर क्राइम ब्रांच ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
नीलम ने खुद को सुपर वाइजर 10 स्टार एवं एसडीएम बताते हुए साथ ही गाड़ी पर मध्य प्रदेश शासन लिखवाकर झांसे में लेते हुए एक बेरोजगार को फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। उसे वार्ड क्रमांक–75 पत्थर मुंडला में जोनल अधिकारी के पद पर नियुक्ति का प्रमाण पत्र जारी कर दिया। उसकी सैलरी भी 45 हजार रुपए तय कर दी। जबकि उसकी पत्नी को महिला बाल विकास परियोजना में सुपरवाइजर के पद पर नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया। इस तरह दोनों से 7.5 लाख की धोखाधड़ी की।
नीलम ने पुरुषोत्तम मालवीय को एडीएम अजयदेव शर्मा का गार्ड नियुक्त करने का फर्जी पत्र भी जारी कर दिया। यह पत्र कलेक्टर मनीषसिंह के नाम से जारी किया गया है। नीलम ने पुरुषोत्तम से 2 लाख रुपए की धोखाधड़ी की।

74 हजार के कपड़े खरीदे, फर्जी चैक दे दिया

महिला ने शिकायत की कि उसकी साड़ी की दुकान से नीलम पाराशर ने 74 हजार रुपए के कपड़े खरीदे। उसने खुद को देपालपुर एसडीएम बताते हुए कहा अभी नगद पैसे नहीं है। यह कहकर उसे फर्जी चेक थमा दिया। लेकिन वह बाउंस हो गया।