April 24, 2024

अजय कुशवाह

शाजापुर‌। आदित्य नगर स्थित गणेश मंदिर में श्रावण माह के पावन अवसर पर सात दिवसीय संगीतमय शिव कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा के चौथे दिन महादेव के साथ मां पार्वती का विवाह सम्पन्न हुआ। भक्तों ने जय शिव, ऊं नम: शिवाय, श्री शिवाय नमस्तुभ्यं के जयकारे लगाकर मां पार्वती और शिवजी बने पात्रों का फूलों की बारिश कर स्वागत किया।

कथावाचक आचार्य पं. मोहित मेहता ने मां सती के जन्म और शिव विवाह की कथा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि महादेव अविनाशी, निराकार स्वरूप हैं। वे हमेशा भक्तों पर दया करते हैं। जो भी श्रद्धालु पवित्र मन से आस्था के साथ शिव महापुराण का पूजन करते हैं, उन्हें निश्चित तौर पर शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। शिव निंदा कभी नहीं सुनना चाहिए। जिस स्थान पर ईश्वर की निंदा हो, उस स्थान को तुरंत ही छोड़ देना चाहिए। आचार्य पं. मेहता ने शिव के विशाल स्वरूप का वर्णन करते हुए मां महाकाली और वीरभद्र की उत्पत्ति बताई।

कथा के दौरान भगवान शिव-पार्वती के विवाह का प्रसंग भी आया। जिसे सुनकर उपस्थित श्रद्धालु भावविभोर हो गए। शिव-पार्वती बने पात्र आकर्षक स्वरूप में सजकर आए, जिनके दर्शन कर भक्त निहाल हो गए। इसके बाद मंगलाष्टक के साथ शिव-पार्वती विवाह हुआ। भक्तों ने पुष्पवर्षा कर महादेव और मां पार्वती का आशीर्वाद लिया। कथा के दौरान यजमान के रूप में कला स्व. मोहनलाल भाटी, मोनिका नरेन्द्र भाटी, जगदीश मीणा, प्रभुलाल यादव और प्रदीप सक्सेना ने शिव पुराण का पूजन किया। महाआरती के बाद उपस्थित भक्तों को प्रसाद का वितरण किया गया। गौरतलब है कि शिव कथा का समापन 3 अगस्त को होगा।