April 25, 2024

नगर सरकार का फैसला कल, सुबह 9 बजे से शुरू होगी मतगणना

इंदौर /उज्जैन। नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रथम चरण में हुए मतदान की मतगणना कल 17 जुलाई को सुबह 9 बजे से होगी। यानी इंदौर, उज्जैन, भोपाल आदि प्रदेश की 11 नगर सरकारों का फैसला कल रात तक हो जाएगा। मतगणना के लिए सभी शहरों में व्यापक तैयारियां की गई हैं। भाजपा संघ और राजनीतिक विश्लेषकों की राय माने तो इंदौर, उज्जैन में भाजपा नगर सरकार बनाने जा रही है। भोपाल में जरूर कांटे का मुकाबला है। इंदौर, उज्जैन में पिछले बार की तुलना में मतों का अंतर कम रहेगा, जो भाजपा के लिए चिंता का विषय भी है। वैसे भी 6 जुलाई को हुए कम मतदान ने राजनीतिक विश्लेषकों का गणित गड़बड़ा दिया है।

इंदौर में भाजपा ने तो विजयी जुलूस का ऐलान भी कर दिया

इंदौर में जहां कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी संजय शुक्ला अपनी जीत का दावा कर रहे हैं, वही भाजपा तो जीत के प्रति इतनी आश्वस्त है कि पार्टी ने नेहरू स्टेडियम में मतगणना शुरू होने के 2 दिन पहले ही मतगणना की शाम 5 बजे विजय जुलूस निकालने का ऐलान भी कर दिया। भाजपा के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव की जीत को लेकर भी अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि संघ ने एक सर्वे किया है और उसकी रिपोर्ट भोपाल पहुंचाई है। इस रिपोर्ट के अनुसार भाजपा महापौर प्रत्याशी भार्गव 40,000 के आसपास मतों से जीत रहे हैं। वही कोई 50,000 तो कोई 60- 70,000 तो कोई एक लाख पार का दावा भी कर रहा है। बहरहाल अब फैसला होने में सिर्फ एक रात बाकी है।

उज्जैन में कम मतों से होगी जीत- हार

उज्जैन नगर निगम चुनाव की मतगणना रविवार सुबह 9 बजे से इंदौर रोड स्थित शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय में होगी। उज्जैन नगर निगम को लेकर जो राय बन रही है, उसके अनुसार भाजपा प्रत्याशी मुकेश टटवाल चुनाव जीत रहे हैं ,लेकिन यहां भी मतों का अंतर कम होगा। कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने भी खुद की जीत का दावा किया है। कांग्रेस प्रत्याशी और विधायक महेश परमार ने भाजपा प्रत्याशी को यूं तो कड़ी टक्कर दी है लेकिन भाजपा की मजबूत पकड़ का लाभ टटवाल को मिल सकता है।

भोपाल में कड़ा मुकाबला

भोपाल में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला है। यह सीट भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बनी हुई है। माना जा रहा है कि गिरते – पड़ते भोपाल सीट पर भी भाजपा को जीत हासिल हो जाएगी।

दहाई का आंकड़ा छू लेगी भाजपा

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रदेश की कुल 16 नगर निगमों में से भाजपा विजय श्री का वर्णन करते हुए दहाई का आंकड़ा छू लेगी। यह माना जा रहा है कि अधिकांश नगर सरकार में महापौर प्रत्याशियों के बीच जहां जीत का आंकड़ा कम होगा, वहीं भाजपा के पार्षदों की संख्या भी घटेगी। फिलहाल किसके सिर होगा नगर सरकार का ताज और कौन करेगा राज? इसका फैसला कल रात तक आ जाएगा।