March 28, 2024

सर्वाधिक वर्षा झारड़ा तहसील में, वर्षाकाल में दुर्घटनाएं रोकने हेतु जिले की पुल-पुलियाओं पर इंतजाम लगाने के निर्देश

उज्जैन । कलेक्टर कार्यालय भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में पिछले चौबीस घंटे के दौरान चारों ओर वर्षा हुई है। इस दौरान झारड़ा तहसील में सर्वाधिक 37 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। पिछले चौबीस घंटे के दौरान 11 जुलाई की प्रात: तक उज्जैन तहसील में 22, घट्टिया में 18, खाचरौद में 5, नागदा में 32, बड़नगर में 7, महिदपुर में 7, तराना में 17 मिमी एवं माकड़ोन में 12 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इस प्रकार चौबीस घंटे के दौरान जिले में औसत 17.5 मिमी वर्षा हुई है।

इस वर्षा सत्र में अभी तक जिले में औसत 263.3 मिमी वर्षा हो चुकी है, जबकि गत वर्ष इसी अवधि में जिले में औसत 159.6 मिमी वर्षा हुई थी। जिले में इस वर्ष अभी तक उज्जैन तहसील में 320, घट्टिया में 236, खाचरौद में 217, नागदा में 333, बड़नगर में 181, महिदपुर में 202, झारड़ा में 174, तराना में 318 एवं माकड़ोन तहसील में 146 मिमी वर्षा हो चुकी है। गत वर्ष इसी अवधि में उज्जैन तहसील में 123, घट्टिया में 122, खाचरौद में 201, नागदा में 187, बड़नगर में 239, महिदपुर में 119, झारड़ा में 167 एवं तराना में 119 मिमी वर्षा हुई थी।

वर्षाकाल में दुर्घटनाएं रोकने हेतु जिले की पुल-पुलियाओं पर इंतजाम लगाने के निर्देश, जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित

जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आज बृहस्पति भवन में कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में निर्देश दिये गये कि वर्षाकाल में जिन पुल-पुलियाओं पर बाढ़ का पानी चढ़ जाता है और जहां पर घंटों आवागमन बाधित होता है, ऐसे स्थानों पर लोक निर्माण विभाग एवं स्थानीय संस्थाओं के सहयोग से स्टॉपर लगाकर इंतजाम लगाये जायें। बैठक में उज्जैन के देवासगेट चौराहे से चरक हॉस्पिटल के बीच निजी बसों द्वारा बसें रोककर यातायात प्रभावित करने के मामले में बड़ी संख्या में चालान बनाये जाने के बाद भी आदेशों की अवहेलना करने वाले बस ऑपरेटरों के परमिट निलम्बित करने के निर्देश दिये गये। साथ ही ट्रैफिक डीएसपी को इस तरह की कार्यवाही निरन्तर करने के लिये कहा गया है। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री सत्येन्द्र कुमार शुक्ल, नगर निगम आयुक्त श्री अंशुल गुप्ता, सड़क सुरक्षा समिति के सचिव एवं कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग श्री गणेश पटेल, डीएसपी ट्रैफिक श्री पवन कुमार, आरटीओ श्री मालवीय एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में निम्नानुसार निर्देश दिये गये :-

जिला सड़क सुरक्षा सिमिति में जो भी विभाग शामिल किये गये हैं, वे अपने यहां से एक-एक नोडल अधिकारी आगामी बैठक के पूर्व नामित कर सूचित करेंगे। जिला सड़क सुरक्षा समिति में शिक्षा विभाग, जनसम्पर्क विभाग, परिवहन विभाग, पुलिस विभाग, लोक निर्माण विभाग, मप्र सड़क विकास निगम, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क, नगरीय विकास विभाग, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, उज्जैन विकास प्राधिकरण व एनएचआई को शामिल किया गया है।

जिले में जितने भी चिकित्सालय हैं, सभी में एक रजिस्टर रखवाकर यह इंट्री करना है कि दुर्घटना के कितने समय बाद मरीज को तत्परता के साथ हॉस्पिटल पहुंचाया गया। ऐसे मामलों में जहां पर जागरूक नागरिकों द्वारा दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तुरन्त अस्पताल पहुंचाकर चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाई गई और उनकी जान बचाई जाती है तो ऐसे जागरूक नागरिकों को पांच हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा।

बैठक में बताया गया कि जिले के सभी चिकित्सालयों के एम्बुलेंस की सूची तैयार करते हुए जिले के टोल नाकों पर एम्बुलेंस मय चिकित्सा स्टाफ के तैनाती का परीक्षण कर लिया गया है। सभी टोल नाकों पर एम्बुलेंस चौबीस घंटे उपलब्ध रहती है। कोई भी व्यक्ति 1099 पर हाईवे पर हुई दुर्घटना की सूचना देकर इनकी सेवा प्राप्त कर सकता है।

जिले में चिन्हित किये गये कुल 11 ब्लेक स्पॉट्स में से छह पर दुर्घटना के कारणों को पहचान कर उन कारणों को दूर कर दिया गया है। पांच ब्लेक स्पॉट पर विगत दो वर्षों से कोई भी दुर्घटना नहीं घटी है।

लोक निर्माण विभाग द्वारा बताया गया कि उज्जैन-जावरा मार्ग के घिनौदा ब्लेक स्पॉट पर अतिरिक्त स्पीड ब्रेकर शीघ्र ही बना दिया जायेगा। पांड्याखेड़ी उज्जैन चौराहे पर टेलीफोन के बॉक्स आदि हटाने की कार्यवाही शीघ्र कर दी जायेगी।

स्कूल बसों के सुरक्षित संचालन हेतु 18 अगस्त से जिला परिवहन अधिकारी द्वारा अभियान चलाया जायेगा। साथ ही ऑटो व ई-रिक्शा के नये परमिट फिलहाल जारी नहीं किये जा रहे हैं।

ट्रैफिक डीएसपी को नगर निगम के साथ मिलकर ऑटो युनियन के पदाधिकारियों से चर्चा कर ऑटो एवं ई-रिक्शा स्टेण्ड तय करने के निर्देश दिये गये हैं।

नगर निगम स्मार्ट सिटी के माध्यम से उज्जैन शहर के मार्गों का सर्वेक्षण करायेगा और सर्वे के माध्यम से तय किया जायेगा कि किन मार्गों को एकांगी किया जाना है।

एमआर-5 मार्ग पर स्थित सेंटपॉल स्कूल एवं पाईप फैक्टरी चौराहे से इंजीनियरिंग कॉलेज के बीच स्थित क्रिस्ट ज्योति स्कूल के सामने सड़क पर केटआई लगाने एवं मार्किंग करने के निर्देश दिये गये, जिससे दुर्घटनाएं न हों।