March 29, 2024

इंदौर। इंदौर में डॉक्टर की बेटी के सुसाइड मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में सुसाइड की जो वजह सामने आई है, वो बेहद हैरान करने वाली और बाकी अभिभावकों के लिए सावधान करने वाली भी है। बच्ची ने अपनी ही दोस्त की ब्लैकमेलिंग से डरकर सुसाइड कर लिया था।

बोल्ड फोटो खिंचवाने का था शौक

सुसाइड करने वाली डॉक्टर की बेटी की दोस्ती दूसरे स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा से थी। उसकी मां ने कुछ समय पहले बेटी को उस फ्रेंड से दूर रहने को कहा था। जिसके बाद लड़की ने उससे बात करना बंद कर दी थी। इसके बाद से मृतका की दोस्त उसे कुछ फोटो वायरल करने की धमकी दे रही थी। तब बताया गया था कि ब्लैकमेल करने वाली सहेली ने मृतका के स्मोकिंग करते हुए फोटो खींच लिए थे, जिन्हें वो वायरल करने की धमकी दे रही थी। लेकिन मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
मृतका को बोल्ड फोटो खिंचवाने और बोल्ड सेल्फी लेने का शौक था। उसकी सहेली ने अपने मोबाइल से भी उसके कई बोल्ड फोटो लिए थे। यह फोटो ही सुसाइड की असली वजह बने। सहेली मृतका के पिता को उक्त फोटो भेजने और उन्हें वायरल करने की धमकी दे रही थी। पुलिस ने मृतका और उसे ब्लैकमेल करने वाली सहेली व एक अन्य दोस्त के मोबाइल जब्त कर जांच के लिए भेजे हैं। थाना प्रभारी मनीष डाबर ने बताया कि मोबाइल की जांच के बाद ही आगे की स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

फोटो वायरल करने की धमकी

परिवार ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि मां के कहने पर बेटी ने अपनी फ्रेंड से बातचीत बंद कर दी थी। यह बात उसे अच्छी नहीं लगी। तब फ्रेंड ने बेटी को धमकी देते हुए कहा था कि मुझसे बात करना बंद क्यों किया? मैं तुम्हारे फोटो वायरल कर दूंगी। इसके बाद से उनकी बेटी डिप्रेशन में रहने लगी थी। सुसाइड के बाद प्रारंभिक जांच में स्मोकिंग के फोटो वायरल करने की बात सामने आई थी। लेकिन परिवार के बयान के बाद अब पूरी कहानी और जांच ब्लैक मेल करने वाले दोस्तों के मोबाइल पर आकर टिक गई।

पिता को सब कुछ नहीं बता पाई

सुसाइड से दो दिन पहले मृतका ने डॉक्टर पिता को सहेली द्वारा परेशान करने की बात बताई थी। हालांकि उसने स्मोकिंग के फोटो का ही जिक्र ज्यादा किया था और उन्हें पूरी बात नहीं बता सकी थी।

यह है पूरा मामला

15 मई को राजेन्द्र नगर इलाके के सिलिकॉन सिटी में रहने वाली हिरन्या (18) पुत्री डॉ. केशव लोनखेडे ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। मृतका मालवा कन्या स्कूल में 11वीं क्लास में पढ़ती थी। घटना के वक्त छात्रा के पिता और मां घर से बाहर गए थे। 10 साल की छोटी बहन और 4 साल का भाई बिल्डिंग के नीचे खेल रहे थे। इसी दौरान हिरन्या ने यह कदम उठा लिया। शाम को जब माता-पिता वापस आए तो उन्होंने हिरन्या को फंदे पर लटके देखा। पिता बच्चों के डॉक्टर हैं। मां बड़वानी में सरकारी अस्पताल में नर्स है। वह हर शनिवार इंदौर आती हैं और सोमवार सुबह लौट जाती हैं।