March 29, 2024

अपने ही खून से तिलक लगाने वाला ढोंगी कहता है- मैं देवी का भक्त हूं

ब्रह्मास्त्र इंदौर। समीपस्थ राऊ में दो पुलिस कर्मियों पर हमला कर फरार हुए ट्रक ड्राइवर को पुलिस ने सतना से गिरफ्तार किया है। आरोपी आठ माह से पुलिस को चकमा दे रहा था। उस पर दस हजार रुपए का इनाम घोषित था। इंदौर में हमला करने के बाद वह उज्जैन के श्मशान घाट में छुपकर रहने लगा। इसके बाद संत का चोला ओढ़ कर मंदिरों में घूमा। यहां काफी समय रहने के बाद गुवाहाटी, अयोध्या, असम, मथुरा सहित कई धार्मिक स्थानों में घूमता रहा। आरोपी खुद को देवी का भक्त बताता था। वह देवी को अपने खून का तिलक लगाता था। घटना वाले दिन भी वह देवी को अपना खून अर्पित कर रहा था। लेकिन उसे लोगों ने रोक टोक कर दी। जिसके चलते वह उत्तेजित हो गया था। उज्जैन में भी वह श्मशान में देवी को खून से तिलक लगाता था।

नखराली ढाणी के पास किया था हमला

टीआई नरेन्द्र रघुवंशी के मुताबिक 13 सितंबर 2021 को राऊ थाने के पुलिसकर्मियों को गश्त के दौरान सूचना मिली थी कि नखराली ढाणी के पास एक बदमाश चाकू लहरा रहा है। जब पुलिसकर्मी उसे पकड़ने पहुंचे तो उन पर हमला कर खेतों के रास्ते फरार हो गया था। पुलिस ने दो दिन तक इंदौर के आसपास के डेरों में उसकी तलाश की। लेकिन वह नही मिला। प्रांरभिक जानकारी में आरोपी का नाम शिवनंदन पुत्र रामचरण पटेल निवासी ग्राम इटमा, सतना पता चला था। आरोपी ट्रक चालक है। पुलिस ने उसके मालिक की जानकारी निकाली। जिसमें पता चला कि वह गाड़ी पर भी नही पहुंचा।

होटल-ढाबों में की तलाश

पुलिस ने आरोपी की होटल-ढाबों में तलाश की। लेकिन वह नहीं मिला। करीब आठ माह तक पुलिस अलग-अलग लोकेशन मिलने पर महाराष्ट्र और गुजरात में भी उसे तलाशती रही। लेकिन आरोपी की जानकारी नही लगी। इसके बाद आरोपी के फोटो धर्मशाला और बस स्टैंड के आसपास चस्पा कर 10 हजार के इनाम की घोषणा भी की गई। लेकिन शिवनंदन की जानकारी नही लगी।
पुलिसकर्मियों पर हमला कर उज्जैन के श्मशान घाट में छुप गया
आरोपी ने कबूला कि पुलिसकर्मी मोहम्मद अमीन और अजय पर हमला करने के बाद वह यहां से उज्जैन स्थित श्मशान घाट में जाकर रहने लगा। यहां काफी समय रहने के बाद गुहावटी, अयोध्या,असम,मथुरा सहित कई धार्मिक स्थानों में घूमता रहा। ट्रक चालक होने के चलते वह सबसे जान पहचान बना लेता था। इसके चलते उसे आने-जाने में दिक्कत नही हुई। इस बीच पुलिस को उसके परिवार के पास सतना पहुंचने की जानकारी लगने पर उसे गिरफ्तार कर इंदौर लाया गया।