उज्जैन। हीरामिल की चाल में रहने वाले युवक ने गुरूवार-शुक्रवार रात जहरीला पदार्थ खाया, उससे पहले मोबाइल पर वीडियो बनाया और पत्नी के साथ ससुराल वालों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि मेरे मरने के बाद छोरे को मां-बाप के हवाले कर देना।
देवासगेट थाना क्षेत्र की हीरामिल की चाल में रहने वाला सलमान पिता चांद खां इलेक्ट्रिानिक दुकान पर काम करता था और टाटा सेटेलाइट की छतरी लगाता था। गुरूवार देर शाम तक घर नहीं लौटा तो परिजन उसकी तलाश में निकले। पता चला कि घर के पीछे जंगल की ओर जाता दिखाई दिया था। परिजन पहुंचे तो बेसुध हालत में पड़ा मिला। उसे चरक अस्पताल लाया गया, जहां कुछ घंटे चले उपचार के दौरान रात में उसकी मौत हो गई। शुक्रवार सुबह सामने आया कि उसने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या की है। घटना करने से पहले उसने मोबाइल पर वीडियो बनाया था, जिसमें कहा है कि जीवन से परेशान हो चुका हूं। आत्महत्या कर रहा हूं। मेरी मौत के जिम्मेदार शेराबी, अलीशा, मंत्री, अर्जुन और मेरी पत्नी है। इन्होने मुझे बहुत प्रताडित कर दिया है। मेरे मरने के बाद मेरे छोरे को मां-बाप के हवाले कर देना। परिजनों ने बताया कि सलमान की पत्नी शबनम है। जिसका मायका प्रीतिनगर में है। 2 माह से बच्चे के साथ मायके में रह रही है। मृतक के चाचा वाहिद खान ने बताया कि सलमान की शादी को 8 साल से अधिक हो चुके थे। ससुराल वाले पैसों को लेकर प्रताड़ित करते थे। जिसके चलते वह तनाव में रहने लगा था। मामले में देवासगेट थाना पुलिस का कहना था कि मर्ग कायम कर पोस्टमार्टम कराया गया है। मोबाइल जप्त कर परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जायेगी।
जान देने से पहले बना रहे वीडियो
तनाव, आर्थिक परेशानी और पारिवारिक विवाद के चलते आत्महत्या करने वालों ने अपनी परेशानी को मोबाइल कैमरों में कैद करना शुरू कर दिया है। जून माह में नीलगंगा थाना क्षेत्र के इंदौर-नागदा बायपास मार्ग की कालोनी में रहने वाली नूपूर जाट ने भी जहरीला पदार्थ खाते वीडियो बनाया और पति के साथ ससुराल वालों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाया थे। उससे पहले भी कुछ लोग वीडियो बनाकर अपनी जान दे चुके है। पुलिस मरने से पहले बनाये गये वीडियो के आधार पर जांच कर रही है। नूपूर जाट के मामले में वीडियो के आधार पर ही पति को गिरफ्तार किया गया है।
हर दिन सामने आ रहे आत्महत्या के मामले
पिछले 2-3 माह से लगातार आत्महत्या के मामले सामने आ रहे है। तनाव, आर्थिक परेशान, प्रेम प्रंसग में युवा वर्ग सबसे अधिक अपनी जान दे रहे है। शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आत्महत्या के मामले बढ़ते दिखाई दे रहे है। सबसे अधिक मामलों में जहरीला पदार्थ खाकर समय से पहले जान देने के मामले सामने आ रहे है। बाजारों में आसानी के साथ यह मिलता दिखाई दे रहा है। जो गंभीर समस्या बनता जा रहा है।