उज्जैन। कक्षा 10 वीं में आई सप्लीमेंट्री की परीक्षा देने के बाद भी पेपर अच्छा नहीं जाने पर परेशान छात्र ने गुरूवार-शुक्रवार रात फांसी लगा ली। चाचा कमरे में पहुंची तो भतीजे का फंदे पर लटका देखा। छात्र परिवार का एकलौता पुत्र था। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराया और जांच की बात कहीं है।
भैरवगढ़ क्षेत्र के ग्राम छीतरदेवी में रहने वाले देवेन्द्र पिता विक्रम आंजना 17 वर्ष को परिजन रात में चरक अस्पताल लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने मर्ग कायम किया, शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम के समय परिजनों ने बताया कि देवेन्द्र कक्षा 10 का छात्र था। उससे सप्लीमेंट्री आई थी। 8 दिन पहले परीक्षा हुई थी, लेकिन फिर से पेपर बिगड़ गया था, जिसके चलते वह परेशान रहने लगा था। रात में वह अचानक ऊपर कमरे में चला गया। जब काफी देर तक नहीं आया तो चाची रीना उसे देखने पहुंची। वह फंदे पर लटका हुआ था। भैरवगढ़ थाना पुलिस के अनुसार परिजनों के बयान दर्ज किये जायेगें। प्रथमदृष्टता मामला फांसी लगाकर आत्महत्या का होना सामने आया है। घटनास्थल का कमरा सील किया गया है, जिसे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद खोलकर जांच की जायेगी।
कलेक्शन एजेंट ने लगाई फांसी
चिमनगंज थाना क्षेत्र के महालक्ष्मी विहार में रहने वाले पवन पिता योगेन्द्र व्यास ने गुरूवार रात 8 बजे घर में फांसी लगा ली थी। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के दौरान सामने आया कि पवन शराब पीने आदी था और प्रायवेट बैंक में कलेक्शन एजेंट के रूप में काम करता था। उसे फंदे पर पुत्र शिखर ने लटका देखा था और परिजनों के साथ आसपास के लोगों को बुलाकर नीचे उतारा था।