पांच जुलाई तक बारिश का अलर्ट,उज्जैन में धूप निकली,धूल उडी जुलाई में 12 दिन वर्षा के रहेंगे, औसत वर्षा 11 इंच के करीब – प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहेगा

उज्जैन। प्रदेश में 5 जुलाई तक बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इसके विपरित उज्जैन में गुरूवार को धूप निकली और धूल उडने की स्थिति रही। दिन भर मौसम साफ ही रहा है। बुधवार रात को जरूर हल्की बारिश का दौर रहा था। मौसम विभाग के अनुसार जुलाई में 12 दिन वर्षा के रहने की संभावना है। इस दौरान औसत रूप से 11 इंच के करीब वर्षा प्रदेश में होगी।

शहर में बुधवार को सुबह एवं रात में वर्षा का दौर चला था लेकिन हल्की एवं सामान्य वर्षा की ही स्थिति इस दौरान रही थी। सडकों के आसपास एवं गड्डों में पानी भर गया था। किचड की स्थिति कच्ची जमीनों पर बनी हुई है। गुरूवार को दिन भर शहरी क्षेत्र में सूरज निकला रहा । इस दौरान एक भी बार वर्षा की स्थिति नहीं बनी। अपरांह के समय तो शहर में धूल उडने के हालात देखे गए। बुधवार को मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी थी। वहीं मौसम विभाग के अनुसार 05 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहेगा। बुधवार को उज्जैन के अलावा प्रदेशभर में कई जगहों पर बारिश हुई थी। बुधवार दोपहर से 18 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट बताया गया था। जबकि, 08 जिले ऐसे हैं, जहां 24 घंटे में 08 इंच तक पानी गिर सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 04 दिन तक प्रदेश में बारिश का स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहेगा। इसकी वजह से पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर चलेगा। बुधवार को जिन आठ जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट है, उनमें नीमच, मंदसौर,रतलाम, सीधी, सिंगरौली, मंडला, डिंडौरी और बालाघाट शामिल थे।

द्रोणिका के उत्तर प्रवास के कारण व्यवधान-

मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह कहते है कि सामान्यतः जुलाई महीने के पहले ही दक्षिण-पश्चिम मानसून का आगमन हो जाता है। इससे इस महीने कभी हल्की तो कभी तेज बारिश, वहीं कभी भारी से अति बारिश भी इस महीने में होती है। इस महीने में सतही हवाएं सामान्यतः पश्चिम से आती हैं। इसमें बीच-बीच में मानसून में व्यवधान भी आता है। इस वजह से तापमान भी बढता है और इस बीच उमस भरा वातावरण भी रहता है। उन्होंने बताया कि जुलाई महीने में मानसून द्रोणिका एक लंबी कम दबाव वाला क्षेत्र में सक्रिय और जोरदार मानसून होता है। इसके विपरीत इस द्रोणिका के उत्तर की ओर प्रवास से क्षेत्र में मानसून की स्थिति में व्यवधान आ जाता है। इससे बारिश के दौर में रुकावट भी आती है। इस महीने अच्छी बारिश के संकेत मिल रहे हैं। अधिकतम तापमान भी 31 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।

ऐसा रहेगा इस माह मौसम-

इस महीने का अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23.2 डिग्री के आसपास रहेगा। आर्द्रता 85 से 69 प्रतिशत के बीच रहेगी। इस महीने बारिश के दिनों की संख्या 12 दिन है। महीने की औसत बारिश 11 इंच के आसपास है।

बीज अंकुरण के लिए अच्छी स्थिति-

इधर कृषकों से चर्चा करने पर उनके अनुसार एक से दो सप्ताह के दौरान जिन कृषकों ने बोवनी कर दी  है  उनके खेतों में अंकुरण की स्थिति बन गई है और फसल में बढत बन रही है। वर्षा के निरंतर गिरने की स्थिति में खेतों में पानी का जमाव होता है जिससे बीज पर प्रभाव पडता है। रूक-रूक कर हो रही वर्षा से बीज अंकुरण में अच्छी स्थिति बनती है। वर्तमान वर्षा की स्थिति बीज अंकुरण के लिए बेहतर है।

ऐसी रही शहर एवं जिले में स्थिति-

गुरूवार को शासकीय जीवाजी वेधशाला से जारी विज्ञप्ति के अनुसार न्यूनतम तापमान 23.5 एवं अधिकतम 31.5 डिग्री सेंटीग्रेड रहा है। इस दौरान आर्द्रता सुबह 88 एवं शाम को 65 प्रतिशत दर्ज की गई। शहरी क्षेत्र में सुबह 3.0 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।इसके बाद पूरे दिन वर्षा नहीं हुई है। सुबह 6 एवं शाम को 10 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चली है। भू अभिलेख के अनुसार जिले में गुरूवार सुबह तक पिछले 24 घंटे में उज्जैन तहसील में 6.0 मिलीमीटर,घट्टिया 00,खाचरौद 30.0,नागदा 4.4,बडनगर 16.0,महिदपुर 3.0, झार्डा 2.0, तराना 00, माकडौन 6.0 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत वार्षिक वर्षा 906.2 मिलीमीटर है।

Author: Dainik Awantika