नई दिल्ली। उद्योग मंत्रालय ने एक बयान जारी कर बताया है कि मार्च 2025 में थोक मुद्रास्फीति की सकारात्मक दर मुख्य रूप से खाद्य उत्पादों, अन्य विनिर्माण, खाद्य वस्तुओं, बिजली और कपड़ा विनिर्माण आदि की कीमतों में इजाफे के कारण है। यह जानकारी उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कही है। मार्च महीने में थोक मूल्य आधारित महंगाई दर घटकर 2.05 प्रतिशत रह गई। फरवरी में यह 2.38 प्रतिशत थी। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों में इसकी पुष्टि की गई। आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों की कीमतों में धीमी गति से वृद्धि के कारण भारत की थोक मुद्रास्फीति मार्च में चार महीने के निचले स्तर पर आ गई। हालांकि, सालाना आधार पर थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति में वृद्धि हुई है।