वार्डबॉय की हत्या के 2 आरोपी हिरासत में, युवक की पत्नी को अपना बनाने का रखा था प्रस्ताव

उज्जैन। जनसेवा अस्पताल के वार्डबॉय की हत्या का बीती रात पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। दो आरोपियों को हिरासत में दिया गया है। मृतक वार्डबॉय आशिक मिजाज था। एक आरोपी की पत्नी को अपनी पत्नी बनाने का प्रस्ताव रखने पर हत्या को अंजाम दिया जाना सामने आया है।
10 मार्च को नागदा के राजीव नगर स्थित निर्माणाधीन मकान से जनसेवा अस्पताल के अधेड़ वार्डबॉय रामचंद्र हंस 55 वर्ष निवासी ई-ब्लॉक टपरी बिरलाग्राम की लाश बरामद हुई थी। सिर पर चोट के निशान थे। घटनास्थल पर खून लगी फर्शी और शराब की बोतल पड़ी मिली थी। आईपीएस मयूर खंडेलवाल बुधवार रात मामले का पर्दाफाश करते हुए बताया कि हत्या में शामिल दो आरोपी गोविंदराम पिता आशाराम 35 वर्ष निवासी जवाहर मार्ग नागदा और पवन पिता अमरसिंह 24 वर्ष निवासी श्री राम कॉलोनी को हिरासत में लिया गया। मुख्य आरोपी गोविंदराम है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि मृतक रामचंद्र आशिक मिजाज था। दो माह पहले गोविंदराम उसके निर्माणाधीन मकान पर पत्नी के साथ काम करने आया था उसे दौरान रामचंद्र ने उसकी पत्नी के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया था। सभी से गोविंद ने ठान लिया था कि वह रामचंद्र से बदला लेगा। घटना वाले दिन रामचंद्र हंस गोविंद को कोटा फाटक स्थित शराब दुकान पर मिल गया। गोविंदा के साथ उसका साथी पवन भी था। तीनों में पहले दुकान पर ही शराब कि उसके बाद नशा करने के लिए रामचंद्र के निर्माणाधीन मकान पर पहुंचे। जहां शराब पीने के दौरान गोविंद राम की पत्नी को अपनी पत्नी बनाने का प्रस्ताव रामचंद्र ने रख दिया। 2 माह पहले हुए गलत व्यवहार और पत्नी को अपना बनाने का प्रस्ताव रखने पर गोविंद ने फर्शी से सिर पर हमला कर मौत की घाट उतार दिया।
कैमरो से मिला सुराग, टीम को इनाम
हत्या का घटनाक्रम सामने आने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरो के फुटेज देखने शुरू किए थे। जिसमें 7 से 8 संदिग्ध दिखाई दिए थे। जिन पर नजर रखना शुरू किया गया था। तभी मुखबिर से सूचना मिली कि बायपास रोड पर गोल्डन फैक्ट्री के पास दो युवक खड़े हैं जिनसे हत्या का सुराग मिल सकता है। नागदा थाना प्रभारी अमृतलाल गवरी, ने प्रधान आरक्षक गोविंदंसिह, यशपालंसिह ,दिनेश सिंह गुर्जर सुनिल सिंह बैस, आरक्षक जितेंद्र राठौर और सुरेश दागी की टीम को रवाना किया। दोनों संदिग्ध को हिरासत मिल गया। पूछताछ में दोनों हत्या करना कबूल कर लिया। 2 दिन में ही हत्या का खुलासा करने वाली टीम को एसपी प्रदीप शर्मा इनाम देने की घोषणा की।