नर्मदा जयंती पर स्नान-दान पुण्य के लिए पहुंचे 5 लाख श्रद्धालु

जबलपुर। संस्कारधानी में नर्मदा जयंती का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। ब्रह्म मुहूर्त से ही ग्वारीघाट समेत विभिन्न नर्मदा तटों पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। भक्तों ने पुण्य सलिला मां रेवा के पावन जल में स्नान कर पूजन-अर्चन किया और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने नर्मदा मिशन के संस्थापक समर्थ गुरु भैया जी सरकार के साथ ग्वारीघाट पहुंचकर मां नर्मदा का दूध से अभिषेक किया और गुलाब के फूल अर्पित किए। मां नर्मदा की महाआरती। नर्मदा तीर्थ पुरोहितों के अनुसार, यह दिन विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसी दिन मां रेवा का अवतरण हुआ था। यह एकमात्र ऐसी नदी हैं जिनके दर्शन मात्र से ही पापों का नाश और पुण्य की प्राप्ति होती है।
प्रशासन ने ग्वारीघाट, तिलवारा घाट, भेड़ाघाट, लम्हेटा घाट और जिलहरी घाट सहित सभी प्रमुख घाटों पर पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्था की है। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए रामपुर मार्ग को वन-वे किया गया है, जबकि वापसी के लिए तिलहरी की ओर जाने वाला मार्ग निर्धारित किया गया है। घाट तक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग स्थल से घाट तक ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है। भंडारों के लिए भी विशेष स्थान निर्धारित किए गए हैं।