रतलाम। रतलाम से 50 किमी दूर बाजना के गड़ीगमना के जंगल में तालाब किनारे सोमवार को लडख़ड़ाता तेंदुआ नजर आया। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। कुछ ही देर में तेंदुए की मौत हो गई। पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाया। जांच के बाद तेंदुए को मृत घोषित कर दिया। जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 9 बजे बाजना से करीब 5-7 किलोमीटर दूर गांव गड़ीगमना जंगल में तालाब के किनारे ग्रामीणों को लड़खड़ाता हुआ तेंदुआ दिखा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। मौके पर विभाग के रेस्क्यू प्रभारी हरिसिंह डामर, सब रेंज प्रभारी सतीश सिंह, बीड गार्ड जोशी व अन्य स्टाफ पहुंचा। देखा तो तेंदुआ लडख़ड़ा रहा था। उसे रेस्क्यू करने की कोशिश की। इसी दौरान दो पलटी खा कर वह बेहोश हो गया। इसके बाद वह नहीं उठा। मौके पर पशु चिकित्सक को बुलाकर चेक करवाया। डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बाद में मौके पर ही उसका पीएम किया। प्राथमिक जांच में बीमारी (ब्रेन हेमरेज) के कारण मौत होना सामने आया है। अभी पीएम रिपोर्ट आना बाकी है। सोमवार देर शाम तक उसका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। तेंदुए की उम्र करीब 12 साल बताई जा रही है। बताया जा रहा कि डीएफओ नरेश दोहरे के भोपाल में होने के कारण उनके निर्देश का इंतजार किया जा रहा है। डीएफओ को भी कॉल किया। लेकिन उनका कॉल नोट रीचेबल आ रहा है।