April 20, 2024

छिंदवाड़ा। ‘कवन सो काज कठिन जग माही। जो नहीं होय तात तुम पाहिं…।।’ हनुमान चालीसा की इस चौपाई का अर्थ है- ‘जगत में कौन सा ऐसा कठिन काम है, जो तुमसे न हो सके।’ यही वजह है कि छिंदवाड़ा जिले के केसरी नंदन हनुमान मंदिर में बड़ी संख्या में याचक पहुंचते हैं। खास है कि यहां हनुमानजी की अदालत लगती है। भक्त अपनी मनोकामना अर्जी लिखकर बाल हनुमान को सौंप देते हैं। इसके बाद उस पर हनुमानजी अपने दरबार में सुनवाई करते हैं। मनोरथ पूर्ण होने पर भक्त यहां नारियल चढ़ाने आते हैं। मंदिर के चारों ओर नारियल बंधे हैं। यहां भक्त कई तरह की समस्याएं लेकर पहुंचते हैं।
मंदिर के पुजारी ने बताया कि अयोध्या के बाद यह दूसरा पूर्व मुखी हनुमान मंदिर है, जहां भक्तों की अर्जी सुनी जाती है। यहां पवन पुत्र हनुमान नीम के पेड़ के नीचे अग्निकुंड में स्थापित हैं। जिन लोगों का ट्रांसफर नहीं हो रहा है, किसी से जमीन विवाद है या फिर शादी में बाधा उत्पन्न हो रही है, ऐसे भक्तों की समस्याओं का समाधान केसरी नंदन हनुमान करते हैं। बाल हनुमान लोगों की समस्याओं की जनसुनवाई में समस्याओं का निदान करते हैं।
इस तरह फॉर्म भरकर एप्लीकेशन देनी पड़ती है। इसके इन्हें सुरक्षित भी रखा जाता है। हनुमानजी हर मंगलवार और शनिवार को जनसुनवाई करते हैं।

इंदौर- उज्जैन के भी कई मंदिरों में लगती है हनुमान जी को अर्जी

भक्त अपने भगवान से जुड़े होते हैं वे अपने मन की बात हनुमान जी से भी करते हैं। इंदौर -उज्जैन के ऐसे कई मंदिर हैं जहां भक्त अपने मन की बात एक अर्जी में लिखकर हनुमान जी के चरणों में समर्पित कर देते हैं। यह भक्त बहुत विरले होते हैं। वह बाबा को मनाने के लिए तरह-तरह के जतन करते रहते हैं। कुछ प्रतिदिन , तो कुछ प्रति शनिवार और मंगलवार हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करते हैं।