April 20, 2024

उज्जैन। 4 लाख प्रतिमाह कमाने के झांसे में फंसकर लूक्यूक कम्पनी की फ्रेंचाइसी लेने वाले युवक को कम्पनी के धोखेबाजों ने 27 लाख 70 हजार की चपत लगा दी। अपने साथ धोखाधड़ी होने पर युवक ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है। कम्पनी पर पूर्व में धोखाधड़ी के मामले दर्ज होना सामने आया है। छोटा सराफा में रहने वाले अर्पित पिता सतीश अग्रवाल को दोस्तों के माध्यम से पता चला था कि लूक्यूक कम्पनी द्वारा एप्लीकेशन के माध्यम से ऑनलाइन वेबसाइटों पर विज्ञापन करने पर कम्पनी द्वारा 4 लाख रुपये प्रतिमाह दिये जाते है। उसने कम्पनी हेड ऑफिस इंदौर में संचालक शैलेन्द्र उपाध्याय और उसके भाई संतोष निवासी माधवनगर रेलवे कालोनी उज्जैन से संपर्क किया। दोनों ने फेंचाइसी के लिये अनुबंध करते हुए 15 लाख और जीएसटी के नाम पर 2.70 लाख रुपये लिये। फेंचाइसी मिलने के बाद अर्पित ने सनसाइन टॉवर में 10 लाख खर्च कर ऑफिस तैयार कराया और 40 से अधिक युवकों को काम पर रख लिया। तीन माह तक काम करने पर कम्पनी ने उसे भुगतान नहीं किया। उसने काम पर रखे युवकों को अपनी जेब से वेतन दिया और कम्पनी के संचालक से संपर्क कर पैसे मांगे। उसे 1 लाख का भुगतान किया और शेष पैसे देने का झांसा देकर फरार हो गये। अपने साथ धोखाधड़ी होने पर मामले की शिकायत नीलगंगा थाने पहुंचकर की गई। पुलिस ने जांच के बाद मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर धोखेबाजों की तलाश शुरु की है।

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