March 29, 2024

उज्जैन का प्राचीन गोवर्धन सागर अब पानी में तैरने वाली मशीनों से भी साफ होगा। सागर की जलकुंभी और हरि काई निकालने के काम में अब एक बाहरी कंपनी भी शामिल हो गई है। सागर में श्रमदान की अगुवाई करने वाले रामादल अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रामेश्वरदास ने राज्य से बाहर की एक फर्म से संपर्क कर उनके प्रतिनिधियों को बुधवार को गोवर्धन सागर पर आमंत्रित किया था। इंदौर और भोपाल जैसे शहरों में बड़ी मशीनों के जरिए सरोवर साफ करने का अनुभव रखने वाली इस कंपनी के कर्मचारी गुरूवार से मशीनों से सफाई के काम में जुट जाएंगे। कंपनी का दावा है कि 8 दिन के भीतर गोवर्धन सागर को पूरी तरह साफ कर दिया जाएगा। तैरती हुई मशीनों को चलाने के लिए 10 से 12 फिट गहराई के पानी की जरूरत होती है, गोवर्धन सागर में इतनी गहराई तक पर्याप्त पानी मौजूद है, लिहाजा मशीनों से सफाई के काम में दिक्कत नहीं आएगी। काम में तेजी लाने के लिए बुधवार को 4 डोंगिया भी दानदाताओं के माध्यम से बढ़ा दी गई। गुरूवार से इस काम में 12 अतिरिक्त मजदूर भी लगाए जाएंगे।