April 25, 2024

उज्जैन। अपराधों की रोकथाम के लिये पुलिस अब हाईटैक तरीके से काम की शुरुआत करने जा रही है। मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में एसपी ने पुलिस के काम करने और बेहतर पुलिसिंग के लिये शुरु की गई नई तकनीक की जानकारी दी। चार तकनीकों में पुलिस खुद के काम का भी एनालिसिस करेगी। वहीं वारदात के बाद भागते बदमाशों का पुलिस वाहन पर लगा कैमरा क्लिक करेगा।
एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने बताया कि पुलिस ने अपने काम करने के लिये चार तरीकों से अपराधों की रोकथाम के लिये आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने का मैप तैयार किया है। पहले क्रम में हाई क्वालिटी विजुलअ कैमरे से वारदात के बाद भागते बदमाशों पर नजर रखी जाएगी। जिसके लिये 25 पुलिस वाहनों पर कैमरे लगाये गये है। दूसरे क्रम में सी मेप एप्स का उपयोग प्रो-एक्टिव पुलिसिंग में किया जाएगा। तीसरा चरण थानों की वर्किंग को बेहतर बनाने के लिये विशेष एनालिसिस फीडबैक टूल होगा। चौथा कार करने का तरीका बीट प्रणाली होगी। जिसकी मॉनीटिरिंग सेन्ट्रल टीम पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रहकर करेगी। जिस तरह से अपराधी हाईटैक हो रहे उसी तरह से उन पर अंकुश लगाने के लिये पुलिस भी अब हाईटैक हो गई है। शहर के आमजन से बदमाशों का भय समाप्त हो सके उसके लिये पहले से कई प्रयास किये जा रहे है। बदमाशों के खिलाफ अभियान चलाकर उनके मकानों और अवैध कब्जों का तोड़ा जा रहा है। अब तत्काल बदमाशों पर कार्रवाई हो सके इसके लिये बीट प्रणाली को भी मजबूत बनाया गया है।