April 24, 2024

– 60 लाख नई नौकरियां
– 80 लाख नए घर बनेंगे
– स्कूलों की हर कक्षा में लगेंगे टीवी
– सरकारी खरीद पेपरलेस होगी
– डाकघरों में एटीएम लगेंगे।
– इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन

नई दिल्ली। उम्मीदों की लहर के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपना चौथा बजट पेश कर दिया है। संसद में ठीक 11 बजे बजट स्पीच शुरू हुई, जो समाचार लिखे जाने तक जारी थी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने मुस्कुराते हुए कहा कि मंत्रीजी आज डिजिटल बजट पढ़ रही हैं। यह माना जा रहा है कि पांच राज्यों में चल रहे चुनावों को देखते हुए यह लोकलुभावन चुनावी बजट है। वित्त मंत्री ने कहा कि चूंकि अमृत महोत्सव चल रहा है, इसलिए यह अमृत बजट है।
बजट में सीतारमण ने ऐलान किया कि 80 लाख नए घर बनेंगे, जिसके लिए 48 हजार करोड़ रुपए रखे गए हैं। इसी साल से चिप वाले ई पासपोर्ट की सुविधा भी दी जाएगी। 2023 को मोटा अनाज वर्ष घोषित किया गया है। अगले पांच सालों में 60 लाख नई नौकरियां देने का भी वादा किया गया है। बजट में अगले 25 सालों के लिए ब्लू प्रिंट भी प्रस्तुत किया गया है। स्कूलों में हर कक्षा में टीवी लगाए जाएंगे। इसी तरह इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। डाकघरों में एटीएम लगेंगे।
400 नई पीढ़ी की वंदेमातरम ट्रेनें चलेंगी
400 नई जनरेशन की वंदेभारत ट्रेनें अगले 3 साल के दौरान चलाई जाएंगी। 100 प्रधानमंत्री गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल भी इस दौरान डेवलप किए जाएंगे। मेट्रो सिस्टम को डेवलप करने के लिए इनोवेटिव रास्ते अपनाए जाएंगे।
गंगा किनारे अब आॅर्गेनिक खेती
एमएसपी का भुगतान सीधे किसानों के खाते में किया जाएगा। गंगा के किनारों के 5 किमी. के दायरे में आने वाली जमीन पर आॅर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। खेती की जमीन के दस्तावेजों का डिजिटलीकरण होगा। राज्यों को एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के सिलेबस बदलने को कहा जाएगा, ताकि खेती की लागत को कम किया जा सके। फलों और सब्जियों की उन्नत किस्म अपनाने वाले किसानों की मदद के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम करेंगे किसानों को डिजिटल सर्विस मिलेगी, जिसमें दस्तावेज, खाद, बीज, दवाई से संबंधित सेवाएं शामिल हैं।
अमृत काल का बजट
सबसे पहले मैं उन लोगों के लिए संवेदना जाहिर करती हूं, जिन्होंने कोविड महामारी में परेशानी झेली। हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और यह अमृतकाल का बजट है, जो अगले 25 साल की बुनियाद रखेगा। आजादी के 75 साल से 100 साल तक का ब्लू प्रिंट पेश कर रही हूं।