April 18, 2024

धारा 376 में ज्यादातर मामले लिव इन रिलेशन या शादी का झांसा देकर यौन शोषण के

ब्रह्मास्त्र इंदौर। महिला अपराधों के मामले इंदौर में लगातार बढ़ रहे हैं। जनवरी से दिसम्बर तक सालभर में 24 फीसदी से अधिक बलात्कार के प्रकरण बढ़े हैं, तो 110 फीसदी तक दहेज से जुड़े प्रकरणों की संख्या में इजाफा देखा गया। वहीं अनैतिक व्यापार, जिसमें यौन अपराध और वैश्यावृत्ति शामिल रहती है के मामले तो 146 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। अपहरण के मामले अवश्य 6.3 फीसदी घट गए।
महिलाओं के विरूद्ध घटित अपराधों की वर्षवार अगर तुलनात्मक जानकारी का अवलोकन किया जाए तो 2018 से लेकर अभी समाप्त हुए 2021 तक इनमें बढ़ोतरी ही हुई है। भ्रूण हत्या के मामले अवश्य 18 फीसदी घटे, तो दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 के तहत 110 फीसदी मामले अधिक दर्ज हुए हैं। वहीं 498 के भादवि यानी दहेज प्रताडऩा के भी 41 फीसदी मामले बढ़ गए, तो धारा 354, छेड़छाड़ में भी 11.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। आत्महत्या के मामले भी 1.4 फीसदी बढ़े, तो बलात्कार के प्रकरणों में 24 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ और मानव तस्करी के मामलों में 35 फीसदी, तो अनैतिक व्यापार अधिनियम के तहत दर्ज प्रकरणों में तो 146 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। सभी तरह के महिला अपराधों में 23.4 फीसदी की बढ़ोतरी वर्षभर में दर्ज की गई है। वहीं नाबालिग महिलाओं के अन्य अपराधों में तो कुछ कमी आई, मगर अपहरण के मामले 37 फीसदी बढ़े, तो आत्महत्या, दुष्प्रेरण के मामले 46 फीसदी बढ़ गए हैं। मुख्यमंत्री ने महिला अपराधों के मामले में जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने को कहा और कुछ जिलों के पुलिस अपराधियों के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की, जो महिला अपराध, अवैध शराब या अन्य मामलों में फिसड्डी रहे। जिलों के 700 थानों में ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क, प्रत्येक जिले में महिला थाना भी स्थापित करवाया गया है।

धारा 376 के अधिकांश मामले लिव इन व शादी में झांसे के

महिला अपराधों में बढ़ोतरी दर्ज हुई है। वहीं धारा 376, जिसमें बलात्कार या अन्य आरोप में प्रकरण पंजीबद्ध होते हैं उस मामले में चौंकाने वाला खुलासा प्रकरणों के विश्लेषण से यह सामने आया कि 85 फीसदी मामले लिव इन एवं शादी का झांसा देकर अवैध संबंध बनाने के रहे हैं। इस धारा में दर्ज होने वाले प्रकरणों में 9 फीसदी अन्य रिश्तेदार, 2 फीसदी निकटतम और मात्र 2 फीसदी अपरिचित अपराधी मिले हैं।