April 19, 2024

ब्रह्मास्त्र इंदौर। मप्र हाईकोर्ट , जबलपुर के आदेश पर प्रदेश में नियम विरुद्ध चल रहे ऑटो रिक्शा के खिलाफ परिवहन विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत अब तक करीबन 550 ऑटो रिक्शा जब्त किए जा चुके हैं। परिवहन विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक शहर में 25 हजार से ज्यादा ऑटो रिक्शा रजिस्टर्ड हैं, वहीं परिवहन विभाग ने करीब 15 हजार ऑटो रिक्शा के ही परमिट जारी किए हैं। इस तरह विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक ही 10 हजार ऑटो रिक्शा बिना परमिट के चल रहे थे। पिछले कुछ दिनों से चल रही सख्त कार्रवाई के कारण ये रिक्शा चलना बंद हो गए हैं। हालांकि कुछ रिक्शों के दस्तावेज पूरे हो जाने से वे सड़क पर दौड़ने लगे हैं, फिर भी हजारों रिक्शे अभी भी रिक्शा चालकों के घरों पर खड़े हुए हैं और चल नहीं पा रहे हैं। इन ऑटो के बंद हो जाने से यात्रियों को रिक्शा की कमी महसूस हो रही है और सफर में परेशानी आ रही है।
जांच अभियान के दौरान परिवहन विभाग द्वारा रिक्शा के मीटर का नापतौल विभाग द्वारा जारी सत्यापन प्रमाण पत्र भी मांगा जा रहा है। निरीक्षक केएस ठाकुर ने बताया कि विभाग द्वारा इनकी जांच कर जो रिक्शा सही पाए गए, उन्हें सत्यापन प्रमाण पत्र जारी किया गया है। यह अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा।

मंत्री के आदेश पर कैंप, पूरे होंगे दस्तावेज

प्रदेश में परिवहन वाहनों के संगठन मप्र परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने रिक्शा चालकों की इस समस्या को लेकर परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत से फोन पर चर्चा करते हुए कहा कि परिवहन विभाग दस्तावेज बनाने में मदद करने के बजाय कार्रवाई में लगा है। इससे रिक्शा चालकों को भारी जुर्माने से गुजरना पड़ेगा, जबकि वे दस्तावेज बनवाने के लिए तैयार हैं। इसके लिए परिवहन विभाग मदद नहीं कर रहा है। उन्होंने मंत्री से आग्रह किया कि विभाग विशेष कैंप लगाकर दस्तावेज पूरे करने में मदद करे। इस पर मंत्री ने परिवहन आयुक्त को निर्देश दिए कि कैंप लगाकर दस्तावेजों को पूरा करने में मदद करें। इंदौर में जल्द ही अधिकारी कैंप आयोजित करेंगे। इसके कैम्प लगाने का सिलसिला शुरू हो गया।