April 25, 2024

उज्जैन। कार्तिक मेला ग्राउंड से लापता हुई मासूम को देवास के दंपति ने अगवा किया था। एक माह बाद दोनों को गिरफ्तार कर मासूम को उनके कब्जे से छुड़ाकर माता पिता के सुपुर्द किया गया है।
कार्तिक मेला ग्राउंड में झोपड़ी बनाकर रहने वाले राजेश मालवीय और उसकी पत्नी भारती पन्नी बीनने का काम करते हैं। 23 नवंबर को दोनों घर पर नहीं थे। उस दौरान उनकी दो बेटियां लापता हो गई थी। शाम को घर लौटने पर दोनों बेटियां नहीं मिली तो तलाश शुरू की गई उसके बाद महाकाल थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई गई। पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू की। इस दौरान 6 वर्षीय बड़ी बेटी चामुंडा माता चौराहा से रोती हुई मिली। देवास गेट पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द किया। जिस ने बताया कि उसकी डेढ़ वर्षीय छोटी बहन और उसे बाइक सवार अंकल आंटी चॉकलेट दिलाने के बहाने बाइक पर बैठा कर ले गए थे। मंदिर के सामने उसे छोड़कर छोटी बहन को ले गए हैं। जानकारी सामने आते ही पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खेलना शुरू किए। बाइक सवार दंपत्ति मासूमों को ले जाते हुए दिखाई दिए। साइबर सेल टीम की मदद ली गई और पूरे शहर के कैमरे खाना ले गए। इस दौरान सामने आया कि बाइक सवार महिला पुरुष देवास रोड से होते हुए गुजरे हैं। फुटेज के आधार पर जानकारी जुटाई गई तो सामने आया कि बाइक सवार महिला पुरुष दंपति हैं और मोरबी गुजरात गए हुए हैं। एक टीम गुजरात रवाना की गई जहां से पता चला कि 4 दिन रुकने के बाद दंपत्ति वापस लौट चुके हैं। पुलिस टीम देवास लौटाई और तलाश जारी रखें। रविवार रात दंपत्ति मासूम के साथ मिल गए। दोनों को हिरासत में लिया गया और पूछताछ के लिए थाने लाया गया। मासूम को उनके कब्जे से छुड़ाकर माता पिता के सुपुर्द किया गया।

संतान नहीं होने पर किया था अगवा
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने बताया कि दंपत्ति से पूछताछ में सामने आया है कि उनकी शादी को 6 साल हो चुके थे लेकिन संतान नहीं थी। वहां महाकाल दर्शन के लिए आए थे उन्होंने मासूम को खेलते हुए देखा। जिसे पालने की तमन्ना लिए उन्होंने 2 दिनों तक नजर रखी। मौका मिलने पर दोनों मासूम बहनों को चॉकलेट दिलाने के बहाने अपनी बाइक पर बैठा लिया और बड़ी बहन को चामुंडा माता चौराहा पर छोड़कर मासूम को अपने साथ ले गए। मासूम को तलाश कर दंपति को गिरफ्तार करने में एएसआई संतोष राव, प्रधान आरक्षक राहुल कुशवाह, प्रेम समरवाल और मनीष यादव की भूमिका महत्वपूर्ण रही है।