April 20, 2024

इंदौर नगर निगम में चल रहा भ्रष्टाचार, ऑडिट विभाग की आपत्ति के बाद ताबड़तोड़ जमा कराई राशि, निलंबित

ब्रह्मास्त्र इंदौर। नगर निगम में भ्रष्टाचार जारी है। यदि ऑडिट रिपोर्ट में घोटाला नहीं पकड़ाता, तो पता ही नहीं चलता कि कब कौन, कितना पैसा और कहां जेब में रख लेता है?
कचरा प्रबंधन शुल्क की राशि लोगों से वसूलने के बाद बिल कलेक्टर ने अपने पास रख ली। ऑडिट विभाग ने जब आपत्ति ली तो उसने सवा चार लाख की राशि कोषालय में जमा करा दी। फिलहाल उसकी इस करतूत को गंभीर लापरवाही मानकर निलंबित कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजस्व विभाग की टीमों द्वारा शहर के अलग-अलग स्थानों पर जाकर घर-घर से कचरा प्रबंधन शुल्क की राशि वसूली जा रही है। हर रोज बड़ी संख्या में यह राशि लोगों द्वारा संबंधित निगम अफसरों को दी जाती है, लेकिन इस मामले में गंभीर लापरवाहियां भी सामने आ रही हैं। झोन दो के बिल कलेक्टर गौतम मालवीय ने विभिन्न लोगों से कचरा प्रबंधन शुल्क की राशि 4 लाख 14 हजार वसूलकर अपने पास रख ली। नियम मुताबिक यह राशि निगम खजाने में जमा की जानी थी, लेकिन कई दिनों तक राशि जमा नहीं हुई तो ऑडिट विभाग ने इस पर आपत्ति ली, क्योंकि कई जगह राशि जमा होना बता दी गई थी। इस मामले में रसीदों का मिलान हुआ तो राशि की गड़बड़ी पता चली। मामला ऊपर अफसरों तक पहुंचा तो नोटिस जारी हुए और इसके बाद बिल कलेक्टर ने निगम कोषालय में राशि जमा करा दी। अफसरों ने उसके इस कार्य को गंभीर लापरवाही माना और उसे सस्पेंड कर जांच के आदेश दिए। राजस्व विभाग के अफसरों द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है। देखा जाए तो यह सीधा सीधा गबन है, लेकिन फिलहाल अफसरों ने इसे गंभीर लापरवाही माना है। ।