March 28, 2024

ब्रह्मास्त्र उज्जैन। विवादों में घिरे रहने वाले बिल्डर महेश परियानी का नाम उज्जैन नगर निगम के झोनल ऑफिस की दीवार पर खुद नगर निगम ने ही चस्पा कर दिया है। बिल्डर की नई करतूत लाखों रुपए के बड़े बकायेदारों के रूप में सामने आई है। दीवार पर सार्वजनिक रूप से टंगा यह नाम लोगों की हंसी का पात्र बन गया है। जब-जब भी बिल्डर महेश परियानी पर कोई आरोप लगे तो उसे हमेशा ऊंची पहुंच के हवाले से हवा में उड़ाते रहे, परंतु यह सरकारी दस्तावेज है, जिसमें लिखित रूप में यह बात सामने आई है कि लाखों रुपए का संपत्ति कर बिल्डर महेश परियानी ने दबा रखा है।
दरअसल, उज्जैन नगर निगम की माली हालत पहले ही खराब है। नगर निगम आयुक्त ने ऐसे बिल्डरों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उनके नाम तक सार्वजनिक करना शुरू कर दिया है। शायद अब उन्हें शर्म आ जाए। नगर निगम ने न सिर्फ बकायादारों के नाम की सूची को सार्वजनिक कर दिया है, बल्कि झोन कार्यालयों की दीवारों पर आईल पेंट से उनके नाम भी लिखवा दिए हैं। इन बकायादारों की सूची में विवादों से घिरे शहर के मुख्य बिल्डर और कॉलोनाइजर महेश परियानी का नाम भी शामिल है। इनके स्वामित्व वाली तिरूपति कंस्ट्रक्शन पर पूरे 31 लाख 49 हजार 152 रुपए बकाया है। कांट्रेक्टर अमित जिंदल पर भी 12 लाख 23 हजार 664 रुपए बकाया है।
गौरतलब है कि नगर निगम को संपत्तिकर के रूप में शहर से करीबन 58 करोड़ रुपए और जल कर के करीब 8 करोड़ रुपए वसूलना है। निगमायुक्त अंशुल गुप्ता ने निगम के खजाने को भरने के लिए संपत्तिकर वसूली को टारगेट कर बड़े बकायादारों पर सख्ती करना शुरू कर दी है। पहले चरण में ऐसे बकायादार जिनसे वर्षों पुराना लाखों रुपए संपत्तिकर वसूलना है। उनके नाम दीवारों पर चस्पा कर दिए है।

परियानी पर 31 लाख से अधिक बकाया

बिल्डर महेश परियानी की भागीदारी में संचालित तिरूपति कंस्ट्रक्शन पर 31 लाख 49 हजार 152 रुपए बकाया है। इसमें तिरूपति कंस्ट्रक्शन पार्टनर अमित पिता सुरेशचंद, महेश पिता नारायण, भवरसिंह पिता नानूराम पर 16 लाख 59 हजार 386 रुपए, तिरूपति कंस्ट्रक्शन पार्टनर अमित पिता सुरेशचंद, महेश पिता नारायण, भंवरसिंह पिता नानूराम पर 11 लाख 26 हजार 397 रुपए लेना शेहै। तिरूपति रियलिटीज पार्टनर महेश परियानी पिता नारायणदास, अमित पिता सुरेश पर 3 लाख 72 हजार 379 रुपए संपत्तिकर बकाया है।

पहली बार नाम सार्वजनिक

संपत्ति कर या अन्य वसूली के लिए आमतौर पर नगरीय निकायों द्वारा मुख्यालय या संबंधित ऑफिस में नोटिस बोर्ड पर बकायादारों की सूची चस्पा की जाती है या उन्हें नोटिस भेजे जाते है। ऐसा पहली बार हुआ है जब संपत्तिकर बकायादारों के नाम आमजनों के बीच पहुंचाने के लिए नोटिस बोर्ड के साथ-साथ झोन कार्यालयों की दीवारों पर भी चस्पा कर दिए है।

दीवार पर बद- नाम महेश परियानी

दीवार पर लिखे बड़े-बड़े लोगों के नाम को देखकर आम जनता उन पर न सिर्फ हंस रही है, बल्कि थू – थू कर रही है। इन्हीं बद- नामों में महेश परियानी भी है। इनमें से कुछ नाम तो ऐसे हैं जो आए दिन नेताओं के इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं और अपने आप को शहर का हित चिंतक बताने का दावा करते रहते हैं। अब उनके चेहरे से नकाब नुच गया है।