March 28, 2024

 

ब्रह्मास्त्र उज्जैन। उज्जैन के संत डॉ. अवधेश पुरी महाराज के विरोध के बाद रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में काम करने वाले वेटरों की ड्रेस बदल दी गई है। संत ने वेटरों की संतों जैसी ड्रेस पहनने परकड़ी आपत्ति ली थी।

महाराज का कहना था कि संत जैसे पहनावे में वेटरों रहने से उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचेगी। इस संबंध में संतश्री ने रेलवे को एक पत्र भी लिखा था जिसमें वेटरों के संतों की ड्रेस पहनने पर आपत्ति लेते हुए इसे बदले जाने की मांग की गई थी। देश में अन्य जगहों से भी संतों ने इसका कड़ा विरोध किया था। इसे लेकर समाचार पत्रों व इलेक्ट्रानिक मीडिया में भी समाचार दिए गए। इसका असर रेलवे पर हुआ मंत्रालय के निर्देश के बाद तुरंत रामायण एक्सप्रेस ट्रेन में काम करने वाले वेटरों की ड्रेस बदल दी गई। रेलवे ने इसकी जानकारी भी सार्वजनिक करते हुए कहा कि अब उक्त ट्रेन के वेटरों का स्टॉफ पेंट-शर्ट व टाई पहने हुए नजर आएगा। ट्रेन में कार्यरत वेटर आईआरसीटीसी के अंतर्गत काम करते हैं। इनकी ड्रेस को लेकर पिछले कुछ दिनों से विवाद चल रहा था।

संत ने कहा था ड्रेस नहीं बदली तो पटरी पर बैठेंगे

संत अवधेश पुरी महाराज ने वेटरों की ड्रेस पर आपत्ति लेते हुए रेलवे को लिखे पत्र में यह भी चेतावनी दी थी कि यदि शीघ्र ही इस पर कोई निर्णय नहीं लिया तो भक्तों के साथ वे रेलवे पटरी पर बैठकर आंदोलन करेंगे। लेकिन इसके पहले ही रेलवे ने वेटरों का ड्रेस कोड बदलने का निर्णय लिया और नई ड्रेस के साथ इसका एक फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया ताकि संतों की ड्रेस को लेकर देशभर में मच रहे बवाल को शांत किया जा सके।