April 18, 2024

ब्रह्मास्त्र तिरुवनंतपुरम। पिछले करीब एक सप्ताह से तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल सहित बारिश ने दक्षिण भारत में कहर ढा दिया है। आंध्र में अब तक बाढ़-बारिश से 17 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं 100 से ज्यादा लोग लापता हैं। वहीं, केरल में भारी बारिश के बाद सबरीमाला तीर्थयात्रा पर एक दिन के लिए शनिवार को रोक लगा दी गई है। इससे भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं में निराशा है। पठानमथिट्टा की कलेक्टर दिव्या एस अय्यर ने बताया कि जिले में लगातार बारिश हो रही है। इससे पंबा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पंबा बांध के अलावा जिले के कक्की-अनाथोड बांध में भी पानी खतरे के निशान से ऊपर है। प्रशासन ने आसपास रहने वाले लोगों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। कलेक्टर दिव्या ने कहा कि भगवान अयप्पा के श्रद्धालुओं से आज तीर्थयात्रा पर न जाने की अपील की गई है।
जिन तीर्थयात्रियों ने आॅनलाइन बुकिंग कराई है, उन्हें मौसम ठीक होते ही मौका दिया जाएगा।

सबरीमाला मंदिर में दर्शन की प्रक्रिया

1. सबरीमाला मंदिर श्रद्धालुओं के लिए साल में सिर्फ नवंबर से जनवरी तक खुलता है।
2. भक्त पंपा त्रिवेणी में स्नान करते हैं और दीपक जलाकर नदी में प्रवाहित करते हैं। इसके बाद ही सबरीमाला मंदिर जाते हैं।
3. पंपा त्रिवेणी पर भगवान श्रीगणेश की पूजा के बाद ही भक्त चढ़ाई शुरू करते हैं। पहला पड़ाव शबरी पीठम नाम की जगह है।
4. मान्यता है कि यहां पर रामायण काल में शबरी नामक भीलनी ने तपस्या की थी। श्री अय्यप्पा के अवतार के बाद ही शबरी को मुक्ति मिली थी।