April 20, 2024

ब्रह्मास्त्र इंदौर। नवरात्रि सहित अन्य धार्मिक त्योहारों पर श्रद्धालु बहुत ही पवित्र मन से उपवास रखते हैं और ऐसे वक्त पर फलाहारी खाद्य सामग्री का इस्तेमाल करते हैं। इंदौर में जब खाद्य औषधि प्रशासन की टीम ने छापा मारा तो पता चला कि सिंघाड़ा एवं राजगिरा आटा निर्माण फैक्ट्री में चावल की टुकड़ी पाई गई। मिलावट और दूषित खाद्य सामग्रियों के मामले में श्रद्धालुओं के लिए एक यह बड़ी मुसीबत है। आखिर वे किन खाद्य सामग्रियों का इस्तेमाल करें और किन का नहीं। लोगों के अप्रत्यक्ष रूप से उपवास लगातार टूट रहे हैं। गौरतलब है कि कल जिला प्रशासन के निर्देश एवं क्राइम ब्रांच की सूचना के आधार पर खाद्य औषधि प्रशासन की टीम द्वारा मेसर्स अग्रवाल गृह उद्योग पालदा उद्योग नगर इंदौर का निरीक्षण खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम 2006 के अंतर्गत किया गया। वक्त निरीक्षण परिसर में अस्वच्छ परिस्थितियों में खाद्य पदार्थों का विक्रय निर्माण भंडारण होते पाया गया। साथ ही सिंघाड़ा एवं राजगिरा आटा निर्माण फैक्ट्री में चावल की टुकड़ी पाई गई ।
मौके पर उपस्थित फर्म के प्रोपराइटर ओमप्रकाश गर्ग से जांच हेतु खाद्य पदार्थ सिंघाड़ा आटा, राजगिरा आटा, दलिया, चावल टुकड़ी आदि के कुल 14 नमूने जांच हेतु लिये गए। मिलावट की आशंका पर सिंघाड़ा आटा, राजगिरा आटा, चावल टुकड़ी, दलिया, सिंघाड़ा आदि लगभग 10 टन जिसकी कुल कीमत अनुमानित रुपये 8 लाख है , अधिग्रहीत करके मौके पर उपस्थित फर्म के प्रभारी प्रोपराइटर ओम प्रकाश पिता राधेश्याम गर्ग निवासी पारसी मोहल्ला इंदौर की सुरक्षित अभिरक्षा में सोंपे गए।
अस्वच्छ परिस्थितियों में खाद्य पदार्थों का निर्माण विक्रय भंडारण एवं मिलावट की आशंका में जिला प्रशासन के निर्देश पर फर्म के प्रोपराइटर ओमप्रकाश गर्ग के विरुद्ध आईपीसी की धारा 272 एवं 273,269 के अंतर्गत एफ आई आर दर्ज की गई। मिलावट करने वालों के विरुद्ध प्रशासन की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।