March 29, 2024

ब्रह्मास्त्र इंदौर। नशे का अड्डा बनते जा रहे हैं इंदौर के पब्स पर रविवार रात पुलिस ने छापे मारे। इस दौरान वहां नशाखोरी कर रहे युवक -युवती पुलिस को देखते ही भागने लगे। इनमें से कई नाबालिग भी बताए जा रहे हैं।
डीआईजी मनीष कपूरिया के निर्देश पर शहर के दोनों एसपी तथा सभी एएसपी अलग-अलग टीमों के साथ शहर के पब्स में पहुंचे और तलाशी शुरू की। रविवार का दिन होने के कारण सभी पब्स में भारी भीड़ थी। इनमें भी बड़ी संख्या कम उम्र के युवक-युवतियों की थी। ज्यादातर लोग पुलिस पूछताछ से बचने के लिए पुलिस को देखते ही जाम फेंक कर भाग निकले। देर रात पुलिस टीमें तलाशी में जुटी हुई थी। वहां मौजूद स्टाफ के साथ ही आने जाने वालों से भी पूछताछ की गई है। गौरतलब है कि नियम कायदों को धता बताकर देर रात तक खुले रहने वाले बीयर बार और पबों मैं बड़े पैमाने पर नशाखोरी की शिकायतें प्रशासन और पुलिस को मिली थी।

देर रात पब खुले थे तो स्थानीय पुलिस क्या कर रही थी?

अहम सवाल यह भी है कि जब पब्स देर रात तक खुले रह रहे हैं और खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं ,तब स्थानीय पुलिस क्या कर रही है? डीआईजी के अभियान में इतने अधिक पब्स में नाबालिग बच्चों तक का नशाखोरी करना या उनका वहां पर मौजूद होना कई सवाल खड़े कर रहा है। इस आधार पर तो पब संचालक तथा पुलिस के उस बीट इंचार्ज पर भी कार्रवाई होनी चाहिए, जिसके चलते पब्स रात तक खुले हुए थे। जो नाबालिग बच्चे पब्स में आए थे, उन्हें पब तक लाने वाले तथा पब संचालक पर भी कार्यवाही होनी चाहिए।

किस तरह का हो रहा था नशा?

यह भी देखा जाना चाहिए कि नियमों को तोड़ने वाले इन पब्स में सिर्फ शराब का ही नशा हो रहा था या फिर एमडी तथा अन्य ड्रग्स का इस्तेमाल भी हो रहा था! यदि उसी वक्त वहां मौजूद सभी लड़के – लड़कियों का मेडिकल करवाया जाता तो कई और राज खुल सकते थे।