April 19, 2024

ब्रह्मास्त्र काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के हामिद करजई इंटरनेशन एयरपोर्ट के बाहर गुरुवार शाम को दो आत्मघाती हमले हुए। इसमें 103 लोगों की जान गई, जबकि 1338 से ज्यादा लोग घायल हुए। हमलों ने काबुल को दहला दिया। एयरपोर्ट के बाहर धमाके हुए और हवा में धूल का गुबार उठा। जब तक धुआं कम हुआ, कई लोगों की जिंदगी तबाह हो चुकी थी। हर तरफ खून फैला हुआ था। लोग बदहवास होकर अपने घायल परिजनों को अस्पताल लेकर भाग रहे थे। तालिबान के क्रूर शासन से अपनी और अपने परिवार की जिंदगियां बचाने के लिए दूसरे देशों में शरणार्थी बनने को तैयार लोग पिछले कई दिनों से काबुल एयरपोर्ट पर रह रहे थे। इन लोगों को इंतजार था कि कोई देश इन्हें अपने यहां शरण दे देगा।
इनकी जिंदगी बर्बाद होने से बच जाएगी, लेकिन कितने ही लोगों का यह इंतजार पूरा नहीं हो पाया।
काबुल एयरपोर्ट के हमले की तस्वीरें दिल दहलाने वाली हैं, लेकिन इन तस्वीरों को दिखाने का मकसद केवल यह बताना है कि अफगानिस्तान में दर्द और खौफ की दास्तान हकीकत है, फसाना नहीं।

आतंकियों को बाइडन ने चेताया: न भूलेंगे, न माफ करेंगे, चुन-चुनकर मारेंगे
वाशिंगटन। अफगानिस्तान में गुरुवार को काबुल हवाई अड्डे के पास हुए सीरियल बम धमाकों में अमेरिका के 13 जवानों की मौत हो गई है। काबुल एयरपोर्ट पर हुए दिल दहला देने वाले धमाकों में 12 अमेरिकी नौसैनिकों और एक नौसेना का चिकित्साकर्मी शामिल था। हालांकि, इन बम धमाकों में अब तक कुल 72 लोगों के मारे जाने की खबर है। हालांकि, इन धमाकों के बाद भी अमेरिका अपना निकासी अभियान नहीं रोकेगा। राष्ट्रपति जो बाइडन ने ऐलान किया है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को निकालने का काम जारी रहेगा।
काबुल बम धमाकों के बाद आतंकियों को खुलेआम चुनौती देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, ‘हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम चुन-चुनकर तुम्हारा शिकार करेंगे और मारेंगे। आपको इसका अंजाम भुगतना ही होगा।’ उन्होंने आगे कहा कि काबुल हवाईअड्डे पर हुए हमलों में तालिबान और इस्लामिक स्टेट के बीच मिलीभगत का अब तक कोई सबूत नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे। हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा।