April 20, 2024

खंडवा। आदिवासी बाहुल्य खालवा ब्लॉक के गांव लंगोटी में घर-आंगन और मोहल्ले वीरान हैं। यहां बुखार और गले में सूजन से 30 में से 4 बच्चों की मौत हो चुकी है। 30 से ज्यादा बच्चे बीमार हैं। क्षेत्र में सरकारी अस्पताल बंद रहने से लोग झाड़-फूंक और झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे हैं। इधर, अपनी नाकामी छिपाने के लिए स्वास्थ्य विभाग बीमारी को सामान्य बताकर समय पर इलाज नहीं मिलने को मौत का कारण बता रहे हैं। यहां दो बच्चों की मौत इलाज के दौरान हुई और दो ने घर में ही दम तोड़ दिया था। ग्रामीणों ने बताया कि हम नजदीक के सरकारी अस्पताल रोशनी जाते हैं, लेकिन वहां इलाज के बजाय खालवा या खंडवा की पर्ची बनाकर थमा दी जाती है। जिला अस्पताल जाने पर वहां भी डॉक्टर सामान्य चेकअप कर गोली-दवाई लिख देते हैं।