April 26, 2024
रिचार्ज करने वाले स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद
ब्रह्मास्त्र इंदौर। शिवराज सरकार विद्युत उपभोक्ताओं को एक और जोरदार झटका देने जा रही है। पहले पैसे दो फिर बिजली मिलेगी। कुछ इसी तरह की योजना लागू करने जा रही है मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार । ध्यान रहे कि मध्य प्रदेश सरकार ने बिजली को लेकर अब तक जितने भी प्रयोग किए हैं, वह सभी बिजली उपभोक्ताओं पर बोझ डालने वाले ही साबित हुए हैं। सरकार नित नए प्रयोग करती रहती है और विद्युत उपभोक्ता लुटने के लिए मजबूर है। इसी कड़ी में अब ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एक और नया प्रयोग कर रहे हैं। गड़बड़ी और बिजली चोरी रोकने के लिए प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। जिसका प्रेजेंटेशन आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने होगा। यदि मुख्यमंत्री इसे हरी झंडी दे देते हैं तो आने वाले समय में प्रीपेड मीटर लगेंगे। रिचार्ज करने पर ही उपभोक्ताओं को बिजली मिल सकेगी। अब यह उपभोक्ताओं को तय करना होगा कि वह कितना रिचार्ज करवाते हैं और उन्हें कितनी बिजली चाहिए। 24 घंटे बिजली की जरूरत महसूस करने वाले उपभोक्ताओं को अब पहले पैसा जुटाना होगा, फिर बिजली मिलेगी। रिचार्ज खत्म होते ही बिजली के मीटर बंद हो जाएंगे ,यानी लाइट कट जाएगी। गौरतलब है कि बिजली चोरी रोकने के लिए विद्युत विभाग कई प्रयास कर चुका है। बिजली चोरी रोकने के लिए कुछ प्रयास तो पैनल सिस्टम के जरिए इस तरह किए गए कि ईमानदार उपभोक्ता को भी बिजली चोरी का दंड भुगतना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि  पिछले 5 साल पहले जब बिजली मीटर लगाए गए थे, तब से उपभोक्ताओं के बिजली बिल में भी अनाप-शनाप बढ़ोतरी हुई है। अभी भी अनाप-शनाप बिजली बिल की शिकायतें लगातार आती रहती हैं। सरकार ने बिजली का काम निजी हाथों में सौंप दिया और निजी हाथों ने लूट खसौट शुरू कर दी ,जिसे रोकने के लिए सरकार अपना दायित्व नहीं निभा पा रही है। रिचार्ज मैं तो और अधिक गड़बड़ी की आशंका रहेगी।