April 25, 2024

मोबाइल में कई लोगों से संदेहात्मक बातचीत की रिकॉर्डिंग मिली, वर्मा की आवाज रिकॉर्ड , लैब में भेजेंगे

इंदौर। सस्पेंड आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के शुक्रवार को आवाज के नमूने लिए गए। जिन्हें जांच के लिए चंडीगढ़ लैब भेजा जाएगा। 6 कोर्ट कर्मियों को बयान भी दर्ज करने के लिए पुलिस ने बुलाया है। शनिवार दोपहर संतोष वर्मा की रिमांड खत्म हो रही है, और एमजी रोड पुलिस उन्हें आज जिला कोर्ट में फिर पेश करेगी।
कोतवाली सीएसपी हरीश मोटवानी के मुताबिक संतोष वर्मा से पूरे मामले में कई महत्वपूर्ण पूछताछ और दस्तावेजभी मिले हैं। पुलिस ने वर्मा के मोबाइल से संदेही व्यक्तियों की व्हाट्सएप चेटिंग और कई प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत की जब्ती भी दर्शाई है। शुक्रवार को एक्सपर्ट के सामने वर्मा की आवाज की रिकॉर्डिंग ली है, जिसे जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने अन्य संदेही जज के बयान के लिए जिला जज को पत्र लिखा है। शुक्रवार शाम तक अन्य कोर्ट कर्मचारियों को भी बयान के लिए बुलाया गया था वही सभी के बयान दर्ज किए जा चुके है।
गौरतलब है कि आईएएस वर्मा के खिलाफ 27 जून को एमजी रोड पुलिस ने न्यायाधीश की रिपोर्ट पर धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज तैयार करने का केस दर्ज किया था। रविवार देर रात एमजी रोड पुलिस ने संतोष वर्मा को गिरफ्तार कर अब तक दो बार जिला कोर्ट के सामने पेश कर रिमांड ली है। आज (शनिवार)दोपहर संतोष वर्मा को जिला कोर्ट में पेश किया जाएगा।

क्यों बनाया फर्जी आदेश

राज्य प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रमोट करने के अधिकारी की जांच की जाती है। मामूली अपराध होने पर आईएएस अवॉर्ड रुक जाता है। ऐसे में वर्मा के खिलाफ दो केस लंबित होने की जानकारी डीपीसी को मिलती तो उन्हें अपने सेवाकाल में कभी आईएएस अवॉर्ड होता ही नहीं, इसलिए उसने फर्जी आदेश बनाकर डीपीसी के समक्ष लगा दिया।