April 20, 2024

उज्जैन। बाबा महाकाल मंदिर की विस्तारीकरण खुदाई में 1000 वर्ष पुराने परमार कालीन मंदिर का ढांचा सामने आया है। खुदाई में 11वीं शताब्दी की कई अहम मूर्तियां भी निकली हैं। अब मंदिर का पूरा ढांचा साफ-साफ दिखाई दे रहा है। परमार कालीन वास्तुकला का बेहद खूबसूरत मंदिर अब दिखाई देने लगा है।
दरअसल 30 मई को महाकाल मंदिर के अग्रभाग में खुदाई के दौरान मिली माता की प्रतिमा और स्थापत्य खंड की जानकारी जैसे ही संस्कृति विभाग को लगी, उन्होंने तुरंत पुरातत्व विभाग भोपाल की एक चार सदस्यीय टीम को उज्जैन महाकाल मंदिर में अवलोकन के लिए भेजा था। उज्जैन पहुंची 4 सदस्य टीम ने बारीकी से मंदिर के उत्तर भाग और दक्षिण भाग का निरीक्षण किया। टीम को लीड कर रहे पुरातत्वीय अधिकारी डॉ. रमेश यादव ने कहा था कि 11वीं-12वीं शताब्दी का मंदिर नीचे दबा हुआ है, जो की उत्तर वाले भाग में है। दक्षिण की और चार मीटर नीचे एक दीवार मिली है, जो करीब करीब 2100 साल पुरानी हो सकती है। बता दें, 2020 में भी महाकाल मंदिर में करीब 1000 साल पुराने अवशेष मिले थे। मंदिर के अगर भाग में बन रहे विश्राम भवन के लिए खुदाई के काम के दौरान अवशेष सामने आए थे। इसके बाद काम को रोका गया था। पुरातत्व विभाग और आर्कियोलॉजी की टीम ने महाकाल मंदिर में आकर अवशेषों को देखा था।