April 19, 2024

इन्दौर। देह व्यापार के अड्डे से मुक्त करवाई 10 बांग्लादेशी युवतियों के फरार होने से हड़कंप मचा है। युवतियों को बाणगंगा स्थित वृद्धाश्रम में रखा गया था। उनकी चौकसी के लिए एमआइजी और लसूड़िया थाने के चार पुलिसकर्मी चौबीसों घंटे पहरा भी देते थे। शक है युवतियों को भगाने में मानव तस्करी के आरोपित सागर जैन उर्फ सैंडो और गुजरात के दलालों बाबू का हाथ है। पुलिस संदेहियों और युवतियों की कॉल डिटेल निकाल रही है।
विजयनगर थाना पुलिस ने पिछले वर्ष नवंबर में महालक्ष्मी नगर स्थित मोहित गेस्ट हाउस से 16 युवतियों को मुक्त करवाया था। उनमें युवतियां भारतीय और 11 बांग्लादेशी पाई गई। एसआइटी की जांच में खुलासा हुआ इन युवतियों को बांग्लादेशी एजेंट बख्तियार, शबाना जैसे दलालों ने अवैध तरीके से भारतीय सीमा में दाखिल करवाया था। पहले मुंबई में देह व्यापार के लिए मानसिक रुप से तैयार किया और बाद में गुजरात के दलालों को बेच दिया। सागर उर्फ सैंडो और मोहित युवतियों को इंदौर ले आए।
आइजी हरिनारायणाचारी मिश्र ने गोपनीय रिपोर्ट तैयार कर पुलिस मुख्यालय भेजी और दूतावास के माध्यम से बांग्लादेश भेजने का खाका तैयार करवाया। कार्रवाई होने तक युवतियों को पुलिस सुरक्षा के बीच महाराणा प्रताप नगर (बाणगंगा) स्थित वृद्धाश्रम में रखवा दिया। आश्रमकर्मी और पुलिस का पहरा होने के बाद भी 10 युवतियां फरार हो गई और किसी को कानों-कान खबर तक नहीं लगी।
अधीक्षक का झूठा दावा: आइडी दिखाकर ले गए स्वजन
आश्रम की अधीक्षक डॉक्टर नेहा शर्मा का दावा है कि बांग्लादेशी युवतियों को स्वजनों के सुपुर्द किया गया है। गुजरात में रहने वाले स्वजनों आइडी दिखाई और उन्हें ले गए, जबकि बाणगंगा थाना में युवतियों की गुमशुगदी दर्ज है। पहली काउंसलर महेश शर्मा द्वारा गुमशुदगी 10 मार्च को करवाई जिसमें कहा कि आश्रम से चार लड़कियां भाग गई। दूसरा केस 14 अप्रैल और तीसरा 28 जून को दर्ज हुआ। टीआइ ज्योति शर्मा के मुताबिक युवतियां साड़ी से रस्सी बनाकर भागी है। उनकी तलाश में अहमदाबाद टीमें भेजी है। कुछ संदेहियों के मोबाइल नंबर मिलें है। एक युवती से बहन से पूछताछ भी हुई है।
पुलिस को शक युवतियों को भगाने में मानव तस्करों का हाथ
जांच में शामिल एक अफसर के मुताबिक जेल में बंद सागर जैन उर्फ सैंडो पर युवतियों की खरीद फरोख्त का भी आरोप है। अहमदाबाद में रहने वाले दलालों को भी गिरफ्तार किया गया है। युवतियों ने अवैध तरीके से भारत में प्रवेश किया है। एसे में शक है दलालों और मानव तस्करों ने ही साजिश पूर्वक युवतियों को फरार करवाया हो।