April 26, 2024

इंदौर।प्रदेश में ब्लैक और ह्वाइट फंगस के बाद अब ग्रीन फंगस ने दस्तक दे दी है। इंदौर के अरविंदो अस्पताल में इलाज करवा रहे 34 साल के विशाल श्रीधर में ग्रीन फंगस के लक्षण मिले हैं। वह माणिक बाग रोड में रहता है। विशाल को पहले कोरोना हुआ था। ठीक होने के बाद वह पोस्ट कोविड का मरीज हो गया। इलाज के दौरान उसके फेफड़ों और साइनस में एस्परगिलस फंगस मिला। फेफड़ों में 90% संक्रमण होने के बाद सोमवार को विशाल को चार्टर्ड प्लेन से मुंबई भेजा गया जहां उसे हिंदुजा अस्पताल में एडमिट कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, यह ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरनाक है।डॉक्टरों ने बताया कि डेढ़ महीने पहले जब विशाल इलाज के लिए आया था तो उसके दाएं फेफड़े में मवाद भर गया था। डॉक्टरों ने मवाद को निकाल हर तरह से इलाज करने का प्रयास किया। हालांकि, डेढ़ महीने तक चले इलाज के बाद मरीज में अलग-अलग लक्षण दिखाई दिए। उसका बुखार 103 डिग्री से कम नहीं हो रहा था। स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो रहा था।एस्परगिलस फंगस (Aspergillus Fungus) को सामान्य भाषा में येलो फंगस और ग्रीन फंगस कहते हैं। कभी-कभी यह ब्राउन फंगस के रूप में भी पाया जाता है। इंदौर मेडिकल काॅलेज के माइक्रोबायोलॉजी की HOD अनीता मुथा ने बताया कि यह नया मामला देखने को मिला है। इसकी और जांच की जा रही है। यह लंग्स को तेजी से इफेक्ट करता है।महाराजा यशवंतराव (MY)अस्पताल में पोस्ट-कोविड ट्रॉमा के पहले 225 मरीज भर्ती थे, लेकिन इनकी संख्या अब 308 हो गई है। अस्पताल की तीसरी, चौथी, पांचवीं व छठी मंजिलों पर इन्हें भर्ती किया गया है। सोमवार को भी 16 नए मरीजों को भर्ती किया गया। कुल 308 मरीजों में से 17 कोविड पॉजिटिव, 245 पोस्ट कोविड, जबकि 46 मरीजों में कोरोना की हिस्ट्री नहीं पाई गई। अभी रोज 8 से 10 सर्जरी हो रही है। सोमवार को भी 10 सर्जरी हुई। इनके सहित अब तक 413 मरीजों की सर्जरी हो चुकी हैं।