March 29, 2024

उज्जैन।महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आज वैशाख कृष्ण प्रतिपदा से मुख्य शिवलिंग पर 11 मटकियों की जलधारा बहेगी। यह जलधारा पुजारियों के द्वारा गरमी में भगवान को शितालता प्रदान करने के लिए लगाई जाएगी।महाकाल मंदिर के पुजारी आशीष गुरु ने बताया कि गरमी के दिनों में मंदिर में मौसम के अनुरूप भगवान की दिनचर्या निश्चित होती है। होली पर्व से आरतियों का समय बदल दिया जाता है। खासकर भगवान महाकाल को भस्मारती में प्रतिदिन ठंडे जल से स्नान कराया जाता है। क्योंकि इन दिनों गरमी अधिक होती है। वैशाख मास में गरमी और तेज हो जाती है। इसलिए भगवान को शितलता प्रदान करने के लिए दिनभर गर्भगृह में 11 मिट्‌टी की मटकियों से सतत जलधारा प्रभावमान की जाती है। यह मटकियां प्रतिदिन पुजारी लगाते हैं तथा संध्या को शृंगार-आरती से पहले हटा लेते हैं। 11 मटकियों की जलधारा बुधवार से शुरू हो जाएगी।