उज्जैन। कोरोना संक्रमण के बाद से शहर के बिगड़े अस्पतालों के हालात और मरीजों को उपचार नहीं मिलने के साथ व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हो पाने पर गुरुवार सुबह तराना विधायक महेश परमार अपने समर्थकों के साथ टावर चौक अंबेडकर प्रतिमा के सामने धरने पर बैठ गए। विधायक परमार ने गांधीवादी तरीके से उपवास की शुरुआत कर दी थी लेकिन कलेक्टर के आश्वासन और adm के साथ प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर पहुंचने के बाद 2 घंटे में ही विधायक ने अपना उपवास समाप्त कर दिया। तराना विधायक महेश परमार ने दो दिन पहले जिला प्रशासन से मांग की थी कि 48 घंटे में व्यवस्थाओं को नहीं सुधारा गया तो वह उपवास शुरू कर देंगे जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। गुरुवार सुबह तक अस्पतालों में हालात नहीं सुधर पाए थे जिसके चलते विधायक परमार जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष अजीत सिंह बीनू कुशवाहा के साथ टावर चौक स्थित अंबेडकर प्रतिमा पहुंचे और सुबह 9:30 बजे से गांधीवादी तरीके से उपवास की शुरुआत कर दी। कलेक्टर आशीष सिंह को जब मामले की जानकारी लगी तो शहर से बाहर होने के बावजूद उन्होंने विधायक परमार से से फोन पर चर्चा करते हुए व्यवस्थाओं को सुधारने में 2 दिन का और समय मांगा। कलेक्टर ने कहा कि वह लगातार प्रयास कर रहे हैं जो कमियां रह गई हैं उसे भी जल्दी से जल्द पूरा कर लिया जाएगा। कलेक्टर से चर्चा के बाद टावर चौक पर एडीएम और प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे जिन्होंने विधायक और उनके समर्थकों का उपवास 2 घंटे बाद ही समाप्त करा दिया। विधायक का कहना था कि अगर 2 दिन में व्यवस्थाएं नहीं सुधरी तो वह फिर गांधीवादी तरीके से प्रशासन के सामने अपनी बातों को रखेंगे।