March 29, 2024

20 से ज्यादा कोविड अस्पतालों में भगदड़, मैनेजमेंट ने ऑक्सीजन की कमी बताकर मरीजों को जबरन छुट्‌टी दे दी
भोपाल

एक दिन पहले ही सरकार ने दावा किया था कि प्रदेश में ऑक्सीजन पर्याप्त है और अगले ही दिन सोमवार को भोपाल में 5 लोगों की ऑक्सीजन न मिलने से मौत हो गई। भोपाल के 20 से ज्यादा अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर अफरा-तफरी मची रही।

पहला मामला एमपी नगर के सिटी अस्पताल का है। वहां ऑक्सीजन की कमी के चलते एक दिन में चार मरीजों की मौत हो गई। मरने वालों में 30 साल के सौरभ गुप्ता, 35 साल के तुषार, 60 साल की उर्मिला जैन और आशा पटेल हैं। अस्पताल संचालक डॉक्टर सब्यसाची गुप्ता के मुताबिक उन्होंने कई जगह फोन लगाए, जब तक ऑक्सीजन जुटाई चार मरीजों की मौत हो गई।

दूसरा मामला करोंद के पीजीबीएम अस्पताल का है, जहां भर्ती एक महिला को ऑक्सीजन खत्म होने के कारण छुट्‌टी दे दी गई। बेटा एम्बुलेंस से उन्हें लेकर आरोग्य निधी अस्पताल पहुंचा, लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। वहीं, हमीदिया के पास बने एविसेना अस्पताल में प्रबंधन ने ऑक्सीजन सपोर्ट वाले तीन कोविड मरीजों को यह कहकर छुट्‌टी दे दी कि यहां अब ऑक्सीजन नहीं है, कहीं और ले जाओ। आनन-फानन में परिजनों ने अपने-अपने मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया।

आईनॉक्स के पास नहीं पहुंचा लिक्विड ऑक्सीजन का टैंकर
सोमवार को सप्लायरों ने अस्पतालों को अचानक बताया कि ऑक्सीजन की शॉर्टेज है और गोविंदपुरा के प्लांट पर अपनी एंबुलेंस सिलेंडर के साथ भेज दीं। चिरायु एयर प्रोडक्ट पर लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई आईनॉक्स से दोपहर में नहीं हो सकी। इसलिए उसने भी जंबो सिलेंडर लेने आए कई सप्लायरों को लौटा दिया। वहीं आईनॉक्स के पास लिक्विड ऑक्सीजन का टैंकर नहीं पहुंचने के चलते शहर में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा रहा।