March 28, 2024

उज्जैन । पाटीदार अस्पताल में रविवार को लगी आग में झुलसे दूसरे वृद्ध की भी बुधवार को इंदौर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। डाक्टरों का कहना है कि वृद्ध के फेफड़ों में धुआं भर जाने के कारण मौत हुई है। मंगलवार को भी अस्पताल में झुलसी वृद्धा की मौत हो गई थी। माधवनगर पुलिस ने देर शाम को पाटीदार अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ दो केस दर्ज किए हैं। इनमें एक केस वृद्धा के पुत्र की शिकायत पर लापरवाहीपूर्वक मौत होने की धारा 304 ए तथा दूसरा केस तहसीलदार के प्रतिवेदन के आधार पर दर्ज किया गया है।बता दें कि घासमंडी चौराहे पर स्थित पाटीदार अस्पताल के आइसीयू में रविवार दोपहर अचानक आग लग गई थी। आगजनी के दौरान अस्पताल में 80 मरीज भर्ती थे। मरीजों को ताबड़तोड़ बाहर निकाला गया था। आग से आइसीयू में भर्ती चार मरीज झुलस गए थे। इनमें से दो महिलाओं की हालत नाजुक होने पर इंदौर रैफर कर दिया गया था।आग से आइसीयू में भर्ती कन्हैयालाल चौरसिया उम्र 80 वर्ष निवासी विवेकानंद कालोनी भी झुलस गए थे। उपचार के लिए स्वजन उन्हें इंदौर के निजी अस्पताल ले गए थे। जहां बुधवार को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। स्वजन ने इंदौर के निजी अस्पताल पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कन्हैयालाल की मौत होने के बाद भी वहां का स्टाफ व डाक्टर जिंदा बताते रहे, लेकिन जब आइसीयू में पहुंचकर देखा तो उनकी मौत हो चुकी थी। डाक्टरों का कहना है कि वृद्ध के फेफड़ों में धुआं अधिक भर जाने के कारण मौत हुई है।