March 28, 2024
उज्जैन: शहर के फ्रीगंज एरिया स्थित पाटीदार हॉस्पिटल के फर्स्ट फ्लोर पर कोविड सेंटर आइसोलेशन वार्ड में दोपहर करीब 11:45 पर अचानक भीषण आग से लगने से *अस्पताल में अफरा तफरी का माहौल हो गया*, कई मरीज अंदर ही फसे रह गए जिन्हें बमुश्किल दमकल कर्मियों व रेस्क्यू टीम ने बाहर निकाला, किसी ने बचाई छत से कूद कर जान, तो किसी ने खिड़की से, अस्पताल में कुल 80 मरीज भर्ती थे जिन्हें अन्य अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है, आपको बता दे *आग कोविड सेंटर में लगने से अस्पताल में भर्ती 4 कोविड मरीज झुलस गए* जिनको तत्काल पास ही के गुरुनानक में शिफ्ट किया गया व अन्य कोविड मरीजों को आर्डि गार्डि मेडिकल अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया, स्तिथी अभी पूरी तरह कंट्रोल में है जिले के आलाधिकारी मौके पर पॅहुचे थे।
80 मरीज थे अस्पताल में
 निजी पाटीदार हॉस्पिटल शहर के मध्य के ही स्तिथ है और , दोपहर करीब 11:45 बजे जिले के आलाधिकारियो, दमकल कर्मियों को  आग की  सूचना मिली।  आनन्अ फानन में  दमकल की गाड़िया अस्पताल पंहुची  जंहा अस्पताल के फर्स्ट फ्लोर पर जहां आइसोलेशन वार्ड है जिसमे कोविड के 4 मरीज भर्ती है और अन्य जगह कोविड के 24 मरीज, पूरे अस्पताल में  सामान्य मरीजों की भी संख्या देखी जाए तो कुल 80 मरीज थे, आइसोलेशन में भर्ती 4 कोविड मरीजी बुरी तरह झुलस गए जिन्हें उपचार के लिए तत्काल गुरू नानक पास ही के अस्पताल में शिफ्ट किया गया व अन्य कोविड मरीजों को आर्डि गार्डि मेडिकल अस्पताल ले जाया गया, सामान्य मरीजों को शहर के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती किया गया, इस तरह पूरा रेस्क्यू कर सबकी जान बचाई गई, स्तिथी को पूरी तरह टीम द्वारा आधे घण्टे में ही नियंत्रित कर लिया गया, *हांलकि इस बीच कुछ ऐसी तस्वीरी भी सामने आई* जिसमे मरीजी छत से तो कही खिड़की से बाहर निकलते हुए दिख रहे है, दरसल अस्पताल में धुंवा ज्यादा हो जाने की वजह से मरीजी घबरा गए और जहां से जगह मिली निकल कर जान बचाने लगे,  कोई अपनी माँ के लिए ऑक्सीजन चढ़ाने की गुहार लगाता रहा , वंही कुछ अपनों को तलाशते रहे  , लेकिन इन सब के बिच गनीमत रही किसी की जान नहीं गई।
बदहवास निकले मरीज
आग लगने के बाद  पूरा अस्पताल प्रबंधन पुलिस और दमकल के कर्मचारी सभी  ने मरीजों को निकलने में सराहनीय कोशिश की  जिसके कारन आधे घंटे के अंदर ही 80 मरीजों को अस्पताल से निकालकर अन्य अस्पताल में शिफ्ट करा दिया था वंही जब अस्पताल में आग लगी तब वंहा अफरा तफरी का माहौल हो गया जिसके चलते निर्गम द्वार की और भी धुवा भरा गया और कई मरीज और उनके परिजन  अस्पताल की छत से पास ही में लगी अन्य छत पर झूलते हुए जान बचाने के लिए  पंहुचने लगे थे , कई मरीज गंभीर अवस्था में में थे तो कई  चल कर बाहर आगये कई मरीज के परिजन अपनों के लिए ऑक्सीजन लगवाने की गुहार लगाते भी दिखे तो कई अस्पताल के बाहर बैठे अपनों का इंताजर करते नजर आये।