April 25, 2024

इंदौर

ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने के आरोप में हैदराबाद साइबर क्राइम ने इंदौर से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। हैदराबाद पुलिस कुछ दिनों पहले इंदौर आई थी, जहां 2 दिन रही चंदन नगर पुलिस से संपर्क किया स्कीम नंबर 71 में रहने वाले कुछ नौजवानों को उठाया गया। उनसे सख्ती से पूछताछ की गई पूछताछ में राहुल सिसरवाल 29 और महेश देव 25 व र्ड्राइवर के साथ रवि करोसिया भी शामिल है को हिरासत में लिया रवि करोसिया सफाई संगठनों के नेता प्रताप करोसिया का बेटा है।

हैदराबाद पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 19 नवंबर 2020 को हैदराबाद की महिला से साक्षी मेहता ने फेसबुक के माध्यम से संपर्क किया व बताया कि वह सेंट्रल ट्रेड रिसर्च में सलाहकार है। कंपनी का कार्यालय वसंत कुंज दिल्ली बताया गया तथा महिला को बाद में कंपनी में बुलाया और उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए डी-मैट खाता खोलने के लिए कहा भारी मुनाफे के वादे के बाद महिला ने 5 लाख रुपये जमा कराए कुछ दिन बाद साक्षी ने संपर्क करते हुए, कहा कि आपको 81 लाख का लाभ हुआ है। इससे महिला लालच में आ गई। उसने साक्षी द्वारा बताए गए बैक अकाउंट में 1.20 करोड़ रूपया जमा कराया जिसके बाद साक्षी की ओर से कोई संपर्क नहीं हुआ। महिला की शिकायत पर केस रजिस्टर्ड हुआ जिसके बाद गिरफ्तारीया शुरू हुई। जो मोबाइल और 12 डेबिट कार्ड पकड़े गए जो कि एचडीएफसी बैंक आर बी एल और एक्सिस बैंक के थे।

जांचकर्ता अधिकारियों के अनुसार योजना के अनुसार मध्य प्रदेश के विभिन्न स्थानों व विभिन्न बैंकों में विभिन्न नामों के साथ खाता खोलें आरोपियों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग की आड़ में पीडि़तों से संपर्क किया। और उन्हें भारी मुनाफे की पेशकश की उनके जाल में पकड़कर कई पीडि़तों ने बड़ी रकम अपने बैंक खातों में जमा की इस संबंध में हैदराबाद पुलिस बीते सप्ताह इंदौर आई तथा 2 दिन रही चंदन नगर पुलिस से संपर्क किया तथा चांदमारी का भट्टा गुमास्ता नगर और स्कीम नंबर 71 में रहने वाले कुछ नौजवानों को उठाया गया तथा उनसे सख्ती से पूछताछ की गई पूछताछ में राहुल सिसरवाल 29 और महेश देव 25 व र्ड्राइवर के साथ रवि करोसिया भी शामिल है को हिरासत में लिया रवि करोसिया सफाई संगठनों के नेता प्रताप करोसिया का बेटा है।

राजनीतिक दबाव व प्रभाव के बावजूद क्राइम ब्रांच ने अपनी कार्यवाही को अंजाम दिया इसी मामले में अंबिकापुर छतीसगढ़ में भी हैदराबाद पुलिस संपर्क में है राहुल सिसरवाल ने पूछताछ में बताया कि इस मामले में नगर निगम के कुछ कर्मचारियों के खाते में भी गबन की रकम जमा की गई है जिसकी जांच की जा रही है।