March 29, 2024

उज्जैन

उज्जैन जिले के नागदा के रहने वाले जवान सियाचिन में शहीद हो गए। वह 27 हजार फीट की ऊंचे ग्लेशियर पर तैनात थे। बुधवार सुबह अचानक बर्फ धंसने से वह दब गए थे। वह 15 कुमाऊं में रेजीमेंट नायक थे। शनिवार या रविवार तक जवान की पार्थिव देह नागदा लाई जाएगी।

यहां के रामसहाय मार्ग निवासी बादल सिंह चंदेल वर्ष 18 जून 2004 में आर्मी में भर्ती हुए थे। उनकी पहली पोस्टिंग रानीखेत में थी। बादल सिंह ने ढाई साल तक शांति सेना में शामिल होकर दक्षिण अफ्रीका में भी सेवा दी थी। 17 साल तक अलग-अलग जगह पोस्टेड रहे। बादल सिंह हाल में जनवरी में ही नागदा आए थे। 13 फरवरी को ही वापस ड्यूटी पर गए थे। इसके बाद उन्हें सियाचिन में 27 हजार फीट ऊंचे ग्लेशियर पर तैनात किया गया था।बुधवार रात करीब सवा 10 बजे उनके काका वीरेंद्रसिंह के पास कॉल आया। फोन पर सूबेदार प्रतापसिंह ने बताया, सुबह अचानक बर्फ धंसने से बादल सिंह घायल हो गए। उन्हें सियाचिन चौकी से नीचे लाया गया। यहां दम तोड़ दिया। अब उनका शव दिल्ली जाया जाएगा। यहां से इंदौर फिर महू रेजीमेंट के जवान शहीद की पार्थिव देह को लेकर नागदा पहुंचेगी।जानकारी के अनुसार बादल सिंह का विवाह 2017 में ही हुआ था। उसका बेटा भी है। वह अपने पीछे माता-पिता और पत्नी समेत बेटा विवान छोड़ गया है। जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर को उनका कार्यकाल पूरा हो गया था, लेकिन सेना द्वारा उन्हें एक्सटेंशन पर प्रमोट किया गया था। इसके बाद उनकी ड्यूटी सियाचिन में लगाई गई थी।