April 20, 2024

भोपाल

दो दिन पहले प्रदेश में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से 18 जिलों के 286 गांवों में फसलों को 5 से 50% तक नुकसान की आशंका है। प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा नुकसान सागर और हरदा जिले में हुआ है। इसी तरह, मुख्य रूप से भोपाल के बैरसिया, होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, देवास, विदिशा, शाजापुर, छिंदवाड़ा, दतिया और आगर-मालवा जिलों में गेहूं की 60% और चने की 70% फसल कट चुकी थी, खेत-खलिहान में रखी थी। इसके अलावा सरसों को भी ज्यादा नुकसान हुआ है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को राजस्व विभाग की बैठक बुलाई थी। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि जल्दी क्षति का आकलन कराया जाए। यहां बताया गया कि राजस्व, कृषि और पंचायत विभाग के मैदानी कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से सर्वे का काम शुरु कर दिया है।

मुख्यमंंत्री ने उन जिलों के कलेक्टरों से बात की, जहां ज्यादा नुकसान की आशंका है। मुख्यमंत्री ने कहा, किसानों को आवश्यकतानुसार फसलों की क्षति के आधार पर राहत प्रदान की जाएगी। वे प्रतिदिन किसानों को हुए नुकसान की जानकारी लेकर समीक्षा करेंगे। ऐसी संभावना है कि मुख्यमंत्री अगले एक-दो दिन में प्रभावित जिलों का दौरा भी कर सकते हैं।

हरदा में करीब 4 हजार हेक्टेयर फसल प्रभावित
राजस्व विभाग के मुताबिक हरदा जिले में करीब 4 हजार हेक्टेयर की फसल प्रभावित होने का अनुमान है। यहां कृषि मंत्री कमल पटेल ने नुकसान का खेतों में जाकर जायजा लिया है। इसी तरह राजगढ़ के नरसिंहगढ़ के 60 गांवों में बड़े आकार के ओले गिरे हैं। कई जिलों में ओला पड़ने से खासकर गेहूं की चमक खोने की आशंका है।

फसल की वीडियोग्राफी होगी
राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने बताया, कर्मचारी फसल की वीडियोग्राफी कराकर और पंचनामा तैयार करेंगे। रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर आर्थिक सहायता मंजूर करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे ही दिन मौसम खुलने से खेत-खलिहान में पड़ी फसल को ज्यादा नुकसान नहीं होगा। दूसरे ही दिन मौसम खुलने से खेत-खलिहान में पड़ी फसल को ज्यादा नुकसान नहीं होगा।